आने वाला समय कई चुनौतियों के साथ नए अवसरों से भरा होगा, जिसका लाभ एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा। राजीव चावला
Citymirrors news–प्रमुख उद्योग प्रबंधक एवं आई एम एस एम ऑफ इंडिया के चेयरमैन राजीव चावला ने कहा है कि आने वाला समय जहां चुनौतियों से भरा हुआ है, वही इसमें कई नए अवसर एमएसएमई सेक्टर को मिलेंगे, जिनका लाभ उठाया जाना चाहिए।
यहां व्हाट्स नेक्स्ट चैलेंजिस एंड ऑपच्यरुनिटीज फॉर इंडियन एमएसएमई पर इकोनॉमिक्स टाइम्स द्वारा आयोजित एक विशेष वेबीनार में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री चावला ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को आने वाले समय में अपने वित्तीय संस्थानों का आकलन करना होगा, गुणवत्ता व तकनीकी सुधार के साथ-साथ स्मार्ट लोगों को हायर करना होगा और ‘गो लोकल गो ग्लोबल’ के सिद्धांत की पालना करते हुए सस्टेनेबिलिटी तथा नए समय के अनुरूप दक्षता को अपनाना होगा।
श्री चावला ने कहा कि रीसेट, रिफोकस और रीस्टार्ट ऐसी थीम हैं, जिसे एमएसएमई इकाइयों को किसी भी स्थिति में नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए।
भविष्य के लिए नई स्किल, नई तकनीक और अनुसंधान को आवश्यक करार देते हुए श्री चावला ने कहा कि यह वर्ष वास्तव में ‘बेरोजगार से स्वरोजगार’ का है।
आपने सरकार द्वारा जारी विभिन्न योजनाओं की जहां सराहना की, वहीं सरकार के वित्तीय सहयोग की योजनाओं को मजबूत बनाने, जीरो अफेक्ट जीरो डिफेक्ट तथा क्वालिटी सर्टिफिकेट स्कीम व लीन मैन्युफैक्चरिंग स्कीम पर ध्यान देने, जीएसटी की दरों में कटौती करने, ईपीएफओ के लिए 6 माह का मोराटोरियम देने, मैन्यूफैक्चरिंग तथा सर्विस सेक्टर के लिए लोन की बजाए विशेष आर्थिक सहयोग देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
विभिन्न श्रोताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए श्री चावला ने कहा कि बैंक किसी भी उधमी को वित्तीय सहायता देने से इनकार नहीं कर सकते और यदि किसी को इस संबंध में इन्कार किया जाता है तो वह शिकायत दर्ज करा सकता है।
आपने कहा कि वर्तमान समय चुनौतियों व अवसरों से पूर्ण है, ऐसे में एमएसएमई सेक्टर से जुड़े सभी वर्गों को अवसर की पहचान करनी होगी और उसका लाभ उठाना होगा।