पूर्व विधायक ललित नागर मास्क लगाना भूल , और सही कसर उनके साथ टैक्टर पर बैठे लोगों ने पूरी कर दी।
तयशुदा कार्यक्रमानुसार सभी किसान आईएमटी गोल चक्कर पर सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ एकत्रित हुए। किसानों के एकत्रित होने पर पुलिस बल ने बल्लभगढ़ के एसीपी जयवीर राठी की मौजूदगी में ललित नागर व किसानों को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान श्री नागर व किसान नेताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई, जिसके बाद किसान नहीं रूके और वहां से ट्रेक्टरों पर सवार होकर जुलूस के रूप में रवाना होते हुए चंदावली, मच्छगर, दयालपुर, अटाली होते हुए केजीपी हाईवे पर पहुंचे। इस दौरान ललित नागर स्वयं ट्रैक्टर पर सवार होकर प्रदर्शनकारी किसानों के काफिले के आगे चल रहे थे। केजीपी हाईवे पर किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा, परंतु किसानों ने पुलिस प्रशासन की एक न मानी और हाईवे पर चढ़ गए और ट्रेक्टर मार्च पलवल कूच कर गया। ट्रेक्टर मार्च शुरू होने से पूर्व प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करते हुए ललित नागर ने कहा कि न्याय व अन्याय की इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले 42 दिन से देश का अन्नदाता किसान इस कडक़डा़ती ठंड और बारिश में अपनी जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है और सरकार से 8 दौर की वार्ता में भी सरकार किसानों की जायज मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है, जिससे यह साबित होता है की मोदी सरकार किसान हितैषी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं किसान के बेटे है और किसान की समस्याओं से भली भांति परिचित है और भाजपा सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि विधेयक किसानों को और भुखमरी के कगार पर ले जाएंगे इसलिए सरकार को चाहिए कि तीनों कृषि कानूनों को तुरंत प्रभाव से रद्द करके एमएसपी पर कानून बनाएं। उन्होनें कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस पार्टी का कर्तव्य बनता है कि वह सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाए। इसी के तहत कांग्रेस पार्टी सरकार के इन कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई में किसान और मजदूरों के साथ मजबूती से खड़ी है। कांग्रेस पार्टी का एक-एक सदस्य किसानों के साथ है। श्री नागर ने भाजपा सरकार को चेताते हुए कहा कि सरकार जल्द किसानों की जायज मांगों को माने अन्यथा आने वाले दिनों में कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ बड़ा जनांदोलन शुरू करेंगे। इस मौके पर सुभाष लाम्बा, सतपाल नरवत, किसान नेता कमल चंदीला, बिंदर सिंह नरवत, गंगाराम नरवत, राजपाल भड़ाना, फूलसिंह सरपंच, प्रकाश नरवत, नवल सिंह, रविन्द्र सिंह, अमरेंद्र कुमार सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।