*वैश्य समाज ने जरूरतमंदों को ढूंढ ढूंढ कर राहत पहुंचाई*
वैश्य समाज सेक्टर 28,29,30,31 कोरोना वायरस के भावी खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाउन की घोषणा करते ही वैश्य समाज सेक्टर 28,29,30,31 ने आगामी स्थिति को भांप कर रात में ही राहत अभियान की योजना बना कर उस पर कार्य प्रारंभ कर दिया था।जरूरतमंदों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले समाज के महासचिव बी आर सिंगला ने बताया कि हमने 24 मार्च की रात में ही अपने चारों सेक्टर्स के लगभग 200 सक्षम लोगों का एक व्हाटसप ग्रुप बना कर सहयोग की अपील जारी की। परिणामस्वरूप सहयोग देने वालों का तांता लग गया, अगली सुबह से ही रोज कमाकर खाने वाले दिहाड़ीदार मजदूरों को तलाश कर पहले ही दिन मेवला गांव में 50 परिवारों को आवश्यक खाद्य सामग्री की किट्स वितरित की।सिंगला के अनुसार अब तक 200 से भी अधिक परिवारों में इस तरह से राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी है। इसके साथ ही मथुरा रोड पर सैकंड़ों की संख्या में पलायन कर भूखे पेट जाने वाले लोगों के लिए तैयार भोजन के पैकेट्स व पानी की बोतलें वितरित करनी शुरू की गई।सेवा का यह सिलसिला आज तक अनवरत जारी है। सिंगला ने आगे कहा कि 14 अप्रैल तक चलने वाले लॉक डाउन की अवधि के लिए हमारे पास संसाधनों का इतना बैकअप उपलब्ध है।वैश्य होने के नाते विरासत में मिले सेवा संस्कारों के चलते वैश्य समाज की कर्मठ टीम अपने क्षेत्र में सेवा के लिए संकल्पबद्ध है। दूसरी ओर कोरोना की वजह से ब्लड डोनेशन कैम्प्स पर लगी रोक से फरीदाबाद के ब्लड बैंक में रक्त का स्टॉक शून्य के स्तर के निकट आ गया है।ब्लड की कमी को दृर करने के लिए ब्लड बैंक के अधिकारीयों के आह्वान पर लॉक डाउन हटने के तुरन्त बाद एक रक्तदान कैम्प भी आयोजित किया जायेगा। इस सेवा यज्ञ में प्रधान डी के माहेश्वरी,सुनील अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, विकास बंसल, विपिन प्रकाश अग्रवाल, कपिल गर्ग, पी डी गर्ग, धनेश मंगला,रजनीश जैन, परवीन गुप्ता,अनिल गोयल,एस के माहेश्वरी,नरेंद्र बंसल,विष्णु गुप्ता, परवीन सिंगला व न्यू अल्लेनबेरी वर्क्स ने प्रमुख भूमिका निभाई।