जीवा पब्लिक स्कूल में बसंत पंचमी एवं 28वें स्थापना दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
दिनांक 5/2/22 फरीदाबाद सैक्टर 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में आज विद्यालय परिसर में पूरी श्रद्घा एवं परंपरा के साथ बसंत पंचमी के अवसर पर देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना की गई। विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान, उपाध्यक्षा श्रीमती चंद्रलता चौहान, विद्यालय की एकेडमिक एंड एक्सीलेंस हेड श्रीमती मुक्ता सचदेव, प्रधानाचार्या श्रीमती अपर्णा शर्मा, सभी अध्यापकगणों एवं संयाजिकाओं ने सरस्वती पूजन में भाग लिया और माँ सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया।
विद्यालय का 28वां स्थापना दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विद्यालय में अध्यापकों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रत्येक कार्यक्रम में मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षाप्रद संदेश का समावेश रहा। अध्यापकों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम में कला, संस्कृति, संगीत, शिक्षा और मनोरंजन का अदï्ïभुत सामन्जस्य दिखा। कार्यक्रम को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि जीवा शिक्षण संस्थान मेें सभी का सर्वांगीण विकास किया जाता है। अध्यापकों ने स्वरचित कविता, सुंदर गीत, स्थापना दिवस के अवसर पर भाषण प्रस्तुत किए। इसके अलावा 27वें वर्ष की उपलब्धियों को ऑडीटोरियम में ए0 वी0 के माध्यम से दिखाया गया।
विद्यालय के सिद्घान्तों को मुख्य रूप से प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के मुख्य सिद्घान्त हैं दिनचर्या के नियम, एस0 ओ0 ई0 और स्वाध्याय। विद्यालय द्वारा सिखाए जाने वाले ये सिद्घान्त छात्रों के साथ समाज का विकास करने में भी सहायक होते हैं। कार्यक्रम का प्रारंभ पारंपरिक ढंग से दीप प्रज्जवलित कर सरस्वती वंदना के साथ किया गया। विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने दीप प्रज्जवलित किया एवं उनके साथ उपाध्यक्षा श्रीमती चंद्रलता चौहान, विद्यालय की एकेडमिक एंड एक्सीलेंस हेड श्रीमती मुक्ता सचदेव, प्रधानाचार्या श्रीमती अपर्णा शर्मा, संयोजिकाएँ उपस्थित रहीं। संस्थान के युवा डायरेक्टरस श्री मधुसुदन चौहान, श्रीमती काजल चौहान, श्रीमती मीनाक्षी, श्रीमती नीरजा चौहान भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती अपर्णा शर्मा ने कहा कि जीवा स्कूल एक परिवार की भाँति है, जहाँ पर सब मिलकर कार्य करते हैं इसलिए सब सफल भी होते हैं। अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति एक विरासत की भाँति है, जब हम अपनी संस्कृति का मान करेंगे तभी हम विकास भी कर सकेंगे। उपाध्यक्षा श्रीमती चंद्रलता चौहान एवं एकेडमिक एंड एक्सिलेंस हेड श्रीमती मुक्ता सचदेव ने भी सभी को इस अवसर पर शुभकामनाएँ दी।