प्राइवेट स्कूलों ने शिक्षा के मंदिर को बनाया व्यापार की दुकान , युवा समाजसेवी जसवंत पवार ने लगाया आरोप ।
अग्रवाल पब्लिक स्कूल सेक्टर 3 के सामने लगातार 10 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं अभिभावक, धरने पर अभिभावकों की मानें तो स्कूल की तानाशाही और बर्बरता के खिलाफ उन्होंने यह धरना किया है ,अभिभावकों का कहना है कि जिन बच्चों की पढ़ाई हुई ही नहीं तो फिर कैसी फीस
जैसी पढ़ाई वैसी फीस की मांग को लेकर अभिभावक धरने पर बैठे हुए हैं इस धरने को फरीदाबाद की सामाजिक संस्था युवा आगाज़ से जसवंत पवार, मानवाधिकार संरक्षण संघ के अध्यक्ष श्री कुलबीर जी ,उपाध्यक्ष हेमराज शर्मा, महासचिव इरशाद अहमद, आम आदमी पार्टी से हरेंद्र भाटी, विनोद गोस्वामी ने अपना पूर्ण समर्थन दिया।
युवा आगाज के अध्यक्ष जसवंत पवार ने बताया कि निजी स्कूलों की मनमानी एवं तानाशाही रवैए के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में डाला जा रहा है और अभिभावकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है जसवंत पवार ने और बताया कि स्कूल छात्रों से पूरी फीस वसूल रहे हैं जबकि प्राइवेट स्कूल अपने ही टीचरो को पूरी सैलरी नहीं दे रहे हैं जिसके कारण अनेकों अध्यापक भी मानसिक रूप से परेशान है, हरियाणा सरकार को ऐसे स्कूलों पर लगाम लगानी चाहिए जो महामारी के दौरान मानवता को शर्मसार कर रहे हैं
वही अभिभावक आशा शर्मा सेक्टर 3 ने बताया कि उनके बच्चे अग्रवाल पब्लिक स्कूल सेक्टर 3 में पढ़ते हैं लॉकडाउन के कारण हमारे आर्थिक हालत बहुत खराब हो गए हैं जिसके कारण हम स्कूल की पूरी फीस नहीं भर सकते, स्कूल वाले दबाव बना रहे अब तक की पूरी फीस भरने का जबकि हमने कहा है कि हम दो महीने की फीस भर देते हैं 1 महीने की बाद में भर देंगे लेकिन स्कूल प्रशासन बच्चे को पेपर में ना बैठाने की बात कह रहा है जिसके कारण मानसिक रूप से हम बहुत परेशान हैं