युवा दिवस – युवा दिवस पर साइकिल रैली निकाल जागरूक किया।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने जिला स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। प्राचार्य, रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि आज युवा दिवस पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित करने के साथ साथ जागरूकता रैली भी निकाली गई। रैली को डिप्टी सी एम् ओ डॉक्टर शीला भगत और प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में प्राध्यापिका जसनीत कौर, मोनिका, संजय मिश्रा, शिवम वाधवा, सुंदर लाल, सूबे सिंह और स्वास्थ्य विभाग से प्रीति गहलोत भी शामिल रही। रैली में छात्राओं ने युवाओं से स्वस्थ रहने और एड्स जैसी भयानक बीमारी से सतर्क रहने की प्रेरणा और परामर्श दिया। इस से पूर्व प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने अपने सबोधन में कहा कि प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है, वे युवा के पथ प्रदर्शक और सर्वोच्च आदर्श के रूप में हमारे बीच हमेशा उपस्थित थे, है और रहेंगे। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानन्द आधुनिक मानव के आदर्श प्रतिनिधि हैं। विशेषकर भारतीय युवकों के लिए स्वामी विवेकानन्द से बढ़कर दूसरा कोई नेता नहीं हो सकता। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में उन्होंने वर्तमान भारत को दृढ़ रूप से प्रभावित किया है। स्वामी जी का दर्शन एवं स्वामी जी के जीवन तथा कार्य के पश्चात निहित उनका आदर्श—यही भारतीय युवकों के लिए प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत हो सकता है। भारत की युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानन्द से निःसृत होने वाले ज्ञान, प्रेरणा एवं तेज के स्रोत से लाभ प्राप्त कर अपने आप को श्रेष्ठ बनाने की राह पर तीव्रता से आगे बढ़ रही है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हर बच्चे में आशा की किरण देखते थे जो कि राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकता है। उन्होंने युवाओं के सामर्थ्य के सही इस्तेमाल पर अत्यधिक बल देते थे। शिक्षा एवं शांति के साथ स्वामी विवेकानंद में सम्पूर्ण विश्व के युवाओं को प्रभावित किया और युवाओ को प्रेरित किया कि वे अपना कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जो भी वो पाना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करें। स्वामी विवेकानंद ने राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा के महत्व को लेकर कहते थे कि युवाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा एक मूल साधन है। उन का कहना था कि पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान, ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है, और
उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तमु अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते। आज छात्राओं मधु, नूरी, मंजू और माया को डिप्टी सी एम् ओ, प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा और विद्यालय प्रबंधन ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से रैली में प्रतिभागिता करने वाली सभी 52 छात्राओं को रिफ्रेशमेंट दिया गया। प्राचार्य ने डॉक्टर शीला भगत और उन की टीम का आभार व्यक्त करते हुए युवा दिवस पर सभी से स्वस्थ रहने की अपील की।