Citymirrors-news-(agency)बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने निखत जरीन को टोक्यो ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए 51 किलोग्राम भार वर्ग में ट्रायल मुकाबले में 9-1 से हरा दिया। लेकिनमैच के बाद खत्म होने के बाद मैरीकॉम जरीन से हाथ और गले मिलाए बगैर गुस्से में बाहर निकल गईं। निखत ने कहा, ‘‘मैरीकॉम युवाओं के लिए आदर्श हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने मैच के बाद ही नहीं मैच के दौरान भी मुझे गाली दी थी। उनके व्यवहार से दुखी हूं।’’ शनिवार को नई दिल्ली में खेले गए इस मुकाबले में मैरीकॉम शुरू से ही हावी रही। उन्होंने जरीन को संभलने का कोई मौका नहीं दिया। निखत और मैरीकॉम के बीच यह तीसरा मुकाबला था। निखत इस साल के मई में इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में मैरीकॉम से भिड़ी थीं। इससे पहले साल 2016 में साउथ एशियन गेम्स की ट्रायल में दोनों के बीच मुकाबला हुआ था। दोनों मुकाबला मैरीकॉम के पक्ष में रहा था।मैरीकॉम ने निखत से हाथ नहीं मिलाने के सवाल पर कहा, ‘‘मैं उनसे हाथ क्यों मिलाऊं? अगर वो सम्मान चाहती हैं तो पहले उन्हें सम्मान देना चाहिए। मैं इस तरह की व्यवहार वालों को पसंद नहीं करती। आप खुद को रिंग में साबित करें, बाहर नहीं। निखत के सपोर्टर ने मुझसे गलत व्यवहार किया। मैं उन्हें तीन बार हरा चुकी हैं, फिर भी नहीं सुधर नहीं रहे। बाहर बोलते रहना गलत है।’’ हालांकि, बाद में मैरीकॉम ने कहा कि वे गुस्से में थी। अब
सब ठीक है।दूसरी ओर, निखत ने कहा, ‘‘मैरीकॉम युवाओं के लिए आदर्श हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने मैच के बाद ही नहीं मैच के दौरान भी मुझे गाली दी थी। उनके व्यवहार से दुखी हूं।’’ मुकाबले के दौरान बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह भी मौजूद थे। इस मामले पर उन्होंने कहा कि मैरीकॉम आदर्श बॉक्सर हैं। जोश में कभी-कभी ऐसा हो जाता है। मामले को तूल नहीं देना चाहिए।