अशान्त विश्व को शांति का संदेश
अणुव्रत विश्व भारती के तत्वावधान में अणुव्रत समिति फरीदाबाद के सदस्यों ने 73 वें अणुव्रत स्थापना दिवस को मीडिया के साथ अणुव्रत संवाद के साथ कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र व महिलामण्डल द्वारा अणुव्रत गीत के साथ हुई। आज के मुख्य वक्ता के.सी. जैन (आईआरएस) प्रिंसिपल मुख्य आयकर आयुक्त (आरटीडी) प्रबंध न्यासी, अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास का स्वागत समाज की सभी संस्थाओं के अद्यक्षो ने किया। अणुव्रत समिति के अध्य्क्ष आई.सी. जैन गोलछा ने मुख्य वक्ता श्री जैन साहब का परिचय दिया और मीडिया कर्मियों व आये हुए सभी सदस्यों का स्वागत किया। श्री जैन साहब ने अपने वक्तव्य में अणुव्रत आंदोलन के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से अवगत कराया ओर लगभग 13 मीडिया कर्मियों के साथ हुए सवालों का हल भी सरल भाषा में किया। संयम: खलु जीवनम उदगोष अणुव्रत की आधारशिला के रूप में प्रतिष्ठापित हुआ। अणुव्रत आंदोलन आचार्य तुलसी की महान देन है। आचार्य श्री तुलसी द्वारा 1 नवंबर 1949 को अणुव्रत आन्दोलन का प्रवर्तन कर छोटे-छोटे संकल्पों से जीवन में परिवर्तन लाने का मार्ग दिखलाया। श्री बहादुर जी दुग्गड़, श्री विजय नाहटा, श्री इन्दर चंद बांठिया ने अपने विचार रखें। मीडिया कर्मियों को सम्मानित किया गया। गरिमामयी उपस्थिति के साथ कार्यक्रम का आयोजन सम्पन हुआ। मंच संचालन व आभार ज्ञापन समिति के मंत्री कमल दुग्गड़ ने किया।