आउटलुक बिजनेस मास्टरस्पीक में आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन राजीव चावला बोलें हमे नए सिरे से शुरुआत करनी होगी।
आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था पर जो प्रभाव पड़ा है वह वास्तव में उद्योग जगत के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है और वास्तविक स्थिति यह है कि हमें नए सिरे से शुरुआत करनी होगी।
यहां *आउटलुक बिजनेस मास्टरस्पीक* के साथ विशेष साक्षात्कार में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री चावला ने कहा कि वर्तमान परिवेश में कुछ तथ्यों पर उद्योग प्रबंधकों को ध्यान देना होगा क्योंकि यही वास्तव में हमें चुनौतियों के दौर से उबार सकते हैं।
श्री चावला ने कहा कि सरकार व बैंकिंग संस्थान उद्योगों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए ऑफर दे रहे हैं, परंतु हमें यह सोचना होगा कि लोन वास्तव में लोन ही होता है इसलिए यदि हमने अपनी प्रोडक्टिविटी तथा वर्किंग कैपिटल के लिए यह वित्तीय सहायता लेनी है तो यह एक अच्छा कदम होगा, परंतु पुरानी देनदारी के लिए ऐसी सहायता लेना आने वाले समय में हमारी परेशानियां बढ़ाएगा।
श्री चावला ने कहा कि आने वाले समय में हमें अपने संस्थान में तकनीकी सुधार पर ध्यान देना होगा। आपने कहा कि भले एमएसएमई यूनिट कोई बेकरी हो या करियाना शॉप, मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हो या सर्विस सेक्टर सभी को टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन पर ध्यान देना होगा।
आने वाले समय में उद्योगों के विकास व विस्तार के लिए श्री चावला ने कहा कि उद्योग प्रबंधकों को इनोवेशन के संबंध में सोचना होगा और बदलते हालात को मद्देनजर रखते हुए अपनी तकनीक तथा व्यवस्था में सुधार लाना होगा।
श्री चावला ने कहा कि आज समय की मांग है कि हम अपने से अधिक स्मार्ट व्यक्ति को रोजगार दें और उनकी स्किल का लाभ उठाएं।
कोरोना उपरांत बदल रहे माहौल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आपने कहा कि वास्तव में आगे वही बढ़ सकेगा, जिसमें आत्मविश्वास होगा। श्री चावला ने आत्मनिर्भर भारत के लिए डेवलपिंग मार्केट पर ध्यान देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा दी गई राहत व प्रोत्साहन का जिक्र करते हुए श्री चावला ने कहा कि हाल ही में एमएसएमई की परिभाषा में जो परिवर्तन किया गया है उससे उद्योगों को लाभ मिलेगा और स्पर्धा व चुनौतियों के दौर में उद्योग अधिक तत्परता से आगे बढ़ सकेंगे। उद्योग जगत में हाइपोटेंनशियल व हाई टेक्नोलॉजी के लिए सुधारों की आवश्यकता जताते हुए श्री चावला ने कहा कि सरकार द्वारा जो राहत प्रदान की जा रही हैं, वह उन उद्योगों के लिए है जो अपनी तकनीक अपग्रेडेशन कर कार्य करने के इच्छुक हैं। आपने कहा कि ट्रेडिशनल या पारंपरिक एमएसएमई के लिए चुनौतियां बढ़ेगी क्योंकि उन्हें आने वाले समय में ऐसे उद्योगों के साथ स्पर्धा करनी पड़ेगी जो नई तकनीक से लैस होकर कार्य कर रहा होगा।
श्री चावला ने बताया कि आई एम एसएमई ऑफ इंडिया सरकार से आग्रह कर चुका है कि औद्योगिक नीति में जिस सब्सिडी को कुछ ही जोन के लिए दिया जाता है, उसे सभी जोन में लागू करने किया जाए।
बदलते परिवेश में उद्योगों के लिए नई संभावनाओं संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में श्री चावला ने कहा कि हमें कोर एरिया को ढूंढना होगा, इनोवेशन पर ध्यान देना होगा और हेल्थ व एग्रीकल्चर सहित ऐसे क्षेत्रों की ओर बढ़ना होगा जहां काफी संभावनाएं हैं। श्री चावला ने कहा कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री यदि आज आईसीयू बेड वह वेंटिलेटर मैन्यूफैक्चरिंग के लिए सोचते हैं तो यह एक बदलाव है, जिस पर ध्यान देना होगा।
लाक डाउन के दौरान श्रमिकों द्वारा बड़ी संख्या में अपने गृह जिलों में रवाना होने से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में श्री चावला ने कहा कि वास्तव में इसका बड़ा कारण कम्युनिकेशन गैप रहा। श्री चावला ने विश्वास व्यक्त किया कि जुलाई के आरंभ तक स्थिति सामान्य होने लगेगी और श्रमिक वापस लौटने लगेंगे।
श्री चावला ने उद्योग प्रबंधकों से धैर्य और विश्वास को बनाए रखने का आह्वान करते कहा है कि जीएसटी, आयकर, प्रोविडेंट फंड से संबंधित कई परिवर्तन किए गए हैं और सरकार निरंतर परिवर्तन कर रही है ऐसे में नए विश्वास के साथ यदि हम कार्य करें तो सफलता निश्चित है। उद्योग आधार संबंधी योजना पर श्री चावला ने कहा कि इससे उद्योगों को सूचिबद्ध करने में सहायता मिलेगी, जिससे नीतियां बनाने में आसानी होगी।
आने वाले समय में वित्तीय क्षेत्र के समक्ष संभावनाओं से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में श्री चावला ने कहा कि फाइनेंस सेक्टर के लिए समय अच्छा है, क्योंकि सरकार सबकुछ ऑनलाइन कर रही है और सारी प्रक्रिया का उद्देश्य औद्योगिक विकास तथा तकनीकी अपग्रेडेशन को बढ़ाना दिख रहा है, ऐसे में वित्तीय संस्थानों के लिए अच्छा स्कोप होगा। आपने कहा कि नए समय में स्पर्धा बढ़ेगी, उद्योग तकनीकी अपग्रेडेशन पर ध्यान देंगे, जिसके लिए फंड चाहिए और यह वित्तीय संस्थान ही मुहैया कराएंगे।
श्री चावला ने विश्वास व्यक्त किया कि कोरोना अफेक्ट के बाद जो नई स्थितियां बनेंगी वह निश्चित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई गति प्रदान करेंगी और अपने बल पर औद्योगिक संस्थान नई उपलब्धियां अर्जित करने की ओर आगे बढ़ेंगे।