आखिर क्यों जिम ट्रेनर मुकेश ने दिया अपने दोस्त के घर में चार हत्याकांड को अंजाम ?
सैक्टर-7 स्थित द डेन नामक जिम के एक जिम ट्रेनर मुकेश ठाकुर ने अपने दोस्त अर्पण के माता-पिता और उसकी बहन व जीजा चारों की हत्या क्यों की, यह एक ऐसा सवाल है जो आज शहर के लगभग सभी लोगों की जुबां पर है। लेकिन इसका जवाब फिलहाल ना तो अर्पण के पास है और ना ही पुलिस के पास। इसका जवाब सिर्फ और सिर्फ उस मुकेश ठाकुर के पास है जिसने इस जघन्य चौहरे हत्याकांड को परसों रात तसल्लीबख्श करीब सवा घंटे में बड़ी बेदर्दी से अंजाम दिया। एक-एक करके मुकेश ने जिस तरह अपने दोस्त के घर में घुसकर इस हत्याकांड को चाकू से अंजाम दिया उसने फिलहाल इस हत्याकांड को रहस्यमय बना दिया है।
वैसे तो डबुआ कालोनी में रहने वाला जिम ट्रेनर मुकेश ठाकुर पुत्र रामफल फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है लेकिन पुलिस की क्राईम ब्रांच ने इस चौहरे मर्डर में इस्तेमाल स्कूटी, उसकी चाबी और बैग को रिकवर करने के साथ उस पत्र को बरामद कर लिया है जिसमें मुकेश ठाकुर ने उक्त चारों हत्या करने के बात तो कबूली है लेकिन हत्या के कारणों का खुलासा नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक पत्र में मुकेश ने स्वयं द्वारा सुसाईड कर लेने लेने की बात भी लिखी है।
काबिलेगौर रहे कि शुक्रवार की रात को सैक्टर-7ए के मकान नंबर-10 में रहने तथा वहीं अपना सावित्री डिजिटल एक्स-रे क्लिनिक चलाने वाले डॉ. प्रवीण मेंदीरत्ता, उनकी पत्नी भारती, बेटी प्रियंका और दामाद सौरभ का मर्डर हो गया था। इस चौहरे हत्याकांड को अंजाम देते समय हत्यारे ने जहां डॉ. प्रवीण मेंदीरत्ता के पालतू कुत्ते को एक कमरे में बंद कर दिया था वहीं चिल्लाने के आवाज घर से बाहर ना जा सके इसके लिए टीवी की आवाज तेज कर दी थी। पुलिस को पड़ोसियों से मिली सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक हत्यारे ने इस चौहरे हत्याकांड को अंजाम रात को 10.30 बजे से लेकर 11.45 के बीच दिया था और वो एक स्कूटी पर अपने दोस्त अर्पण के घर में आया था।
इस जघन्य हत्याकांड के बाद फरीदाबाद पुलिस की सभी क्राईम ब्रांच इस हत्याकांड का पता करने में लग गई थी और आज एसीपी क्राईम अनिल यादव ने इस हत्याकांड पर से थोड़ा-बहुत पर्दा उठाया है। हत्या के क्या कारण रहे, इस पर उनका यह कहना था कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुकेश ठाकुर को पकड़े जाने के बाद ही इस बात/राज का खुलासा उससे पूछताछ के बाद होगा।
हालांकि शहर में एक चर्चा जोरों से फैल रही है कि आरोपी मुकेश ठाकुर को तो पुलिस ने रात को ही पकड़ लिया था लेकिन मृतक डॉक्टर दंपति के पुत्र अर्पण ने पुलिस पर भारी दबाब बनाकर उसे छुड़वा दिया। इन बातों में कहां तक सच्चाई ये तो पुलिस और अर्पण ही जानें, लेकिन जिस तरीके से इस जघन्य चौहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया है उससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं जिनका जवाब ना तो पुलिस के पास है और ना ही अर्पण के पास।