आशा ज्योति विद्यापीठ में स्वतंत्रता-दिवस बडे ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
Citymirrors.in-आशा ज्योति विद्यापीठ ( साहूपुरा सैक्टर -65 ) में आज स्वतन्त्रता दिवस बडे धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों के द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया। इसके बाद बच्चों ने राष्टÑीय गान के द्वारा राष्टीय ध्वज को सलामी दी। कार्र्यक्रम में बच्चों ने बडे ही जोश व उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इस मौके पर बच्चों ने कविता, भाषण, नृत्य, समूह नृत्य, देशभक्ति गीत गाने और नाटंक प्रस्तूत किया जिन्हें देखकर सभी बच्चों में देशप्रेम की भावना व देशभक्त बनने की लालसा हुई। वही बच्चों द्वारा प्रस्तूत भाषण, कविता व नाटंक ने अध्यापकों का मन मोह लिया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गाने व संगीत पर अभिनय किया तो सभी बच्चों में देश के प्रति जोश व उत्साह भर गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती इन्दु अग्रवाल जी ने 15 अगस्त पर आओ बच्चों हम सब यह व्रत धारण धरें, जननी जन्मभूमि की खातिर अपना सब कुछ वारें।। इन श्लोगन से भाषण की शुरूवात करते हुए कहा-हमें यह आजादी एसे ही नहीं मिली। इस के लिए वीर सपूतों को अपना बलिदान देना पडे, अनेक यातनाएँ सहनी पडी, अपना लहू बाहना पडा। इस आजादी को लेने में दौ सो वर्षो से भी अधिक लगे। हमें इस आजादी को बनाए रखने के लिए अपने देशभक्तों के बताए हुए रास्तों पर चलना चाहिए। देश के मान, सम्मान व स्वाभिमान का हमेशा ध्यान बनाए रखना चाहिए। विद्यालय के चैयरमेन श्री सत्यवीर डागर जी ने ले आँख मीच अन्यायी देख, तेरा खून नहीं पानी है। जिसको हिन्दी व हिन्दुस्तान से प्यार नहीं वह कैसा हिन्दुस्तानी। वह कैसा हिन्दुस्तानी।। इस तरह से भाषण देते हुए कहा-संसार का सब से बडा सुख है आजादी और सब से बडा दुख है गुलामी। देश है तो हम हैं, देश है तो हमारा वजूद है, हमारी संस्कृति,सभ्यता व भाईचारा है देश की एकता, अखण्डता के लिए अपना सर्वस्य अर्पण कर देना चाहिए। बच्चों को शुभकामना देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। अन्त में प्रधानाचार्या श्रीमती इन्दु अग्रवाल जी ने कहा- हमारा उद्देश्य है कि पुस्तकीय ज्ञान के अलावा विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से उनकी आंतरिक प्रतिभाओं को समाज के सम्मुख लाना चाहते हैं और विश्वास है कि हम बच्चों के लिए एक खुशी भरा वातावरण प्रदान कर रहे हैं एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की तैयारी कर रहे हैं ।