इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स फरीदाबाद लोकल सेंटर द्वारा विश्व दूरसंचार और सूचना सोसायटी दिवस का आयोजन किया गया।
CITYMIRR0RS-NEWS- इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स फरीदाबाद लोकल सेंटर द्वारा यहां लिंगयाज विद्यापीठ के साथ विश्व दूरसंचार और सूचना सोसायटी दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स के पूर्व चेयरमैन और डीएलएफ इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने इस कान्फ्रेस के लिए जहां आईईआई और लिंगयाज को बधाई दी वहीं आपने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रौद्योगिकी और तकनीक का ऐसा समावेश है जिसका उपयोग मानवीय ज्ञान व बौद्धिक क्षमता के विकल्प के रूप किया जा सकता है। आपने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डेटा का विश्लेषण करने में मदद करने के साथ साथ भविष्यवाणियों में सुधार, अपराधों पर रोक और सरकार की बेहतर सेवा में सहायक बनता है। आपने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का लाभ उठाने के लिए बड़ी मात्रा में डेटा की आवश्यकता है, जो केवल डिजिटलीकरण के माध्यम से ही सम्भव है। आपने कहा कि ब्रॉडबैंड के लिए एसैस के बिना डिजिटलीकरण के अधिकाधिक आंकड़े सम्भव नहीं हैं।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से एमएसएमई के लिए नौकरियों में कमी की जो बाते कही जाती है, उनका कोई आधार नही ंहैं। आपने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वास्तव में ऑटोनोटेशन जितना ही कारगर है। आपने कहा कि जहां उपकरण मशीन के खराब होने को समझने एवं उसके बहुउपयोगी होने की जानकारी रखने में सक्षम हैं वहां त्रुटियों को दूर करने में सहायक बना जा सकता है।
ऑडी द्वारा केस स्टडी का हवाला देते हुए आपने कहा कि 90 प्रतिशत कार दुर्घटनाएं मानव त्रुटि के कारण होती हैं, ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्वायत्त ड्राइविंग दुर्घटनाओं को कम करेगा और जीवन बचाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेष रूप से विकलांग लोगों और दृष्टिहीन हानि के रूप में लोगों की मदद कर सकता है, अस्पताल में स्वच्छता की निगरानी करने में मदद कर सकता है, बिजली लाइनों का निरीक्षण करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
लिंगयाज विद्यापिठ के कुलपति डॉ. डी एन राव ने अपने संदेश में कहा कि वर्तमान परिवेश में परिवर्तन एक प्रक्रिया है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विकास की ओर बढ़ा जा सकता है। आपने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम, हेल्थ केयर, फार्मास्युटिकल, वित्तीय और बैंकिंग, स्मार्ट सिटी सहित जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उन तरीकों से बदल रही है जिनकी हमने कभी कल्पना नहीं की थी।
आपने इन्स्टीटयूट आफ इंजीनियर्स फरीदाबाद के संस्थापक अध्यक्ष श्री जे पी मल्होत्रा और लिंगयाज विद्यापिठ, फरीदाबाद को बधाई दी।
दीन रिसर्च कॉरपोरेट अफेयर्स, लिंगयाज के डीन एसवीएवी प्रसाद ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साकारात्मक उपयोग को के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया। आपने कहा कि रोगियों के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा एक चाकू का सकारात्मक इस्तेमाल किया जाता है और उसी चाकू को आपराधियों द्वारा अनैतिक काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह कृत्रिम बुद्धि का नैतिक रूप से और अनैतिक रूप से उपयोग किया जा सकता है।कार्यक्रम में डा. सूदेशन चक्रवर्ती, सुदेशना चक्रवर्ती, पंकज कुमार, श्री दिनेश कुमार, सुश्री शिल्पी सिंह, श्री समीर कुमार द्वारा थीम टेक्रालाजी पेपर्स प्रस्तुत किए गए।
डॉ एसवीएवी प्रसाद ने श्री जे पी मल्होत्रा को उद्योग क्षेत्र को शैक्षणिक संस्थानों के करीब लाने और और एक ब्रिज के रूप में उनके योगदान के लिए एक स्मृति चिन्ह सम्मानित करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस अवसर पर ए के सहगल, संदीप हांडा को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस सत्र ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सकारात्मक उपयोग और प्रौद्योगिकी के सबंध में नई सम्भावनाओं को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया।