एनजीटी की गठित मॉनिटरिंग कमेटी ने फरीदाबाद में खराब साफ-सफाई की व्यवस्था पर प्रशासन को लताड़ा। और ली क्लास।
Citymirrors-news-नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष एवं पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल सिंह ने कहा कि फरीदाबाद में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा। इसके लिए संबंधित विभागों का समन्वय बहुत जरूरी है। आगामी तीन महीनों में ऐसी व्यवस्था बना दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा व अन्य महत्वपूर्ण स्थान पूरी तरह से साफ-सुंदर दिखाई दें। पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल सिंह मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में नगर निगम फरीदाबाद, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर परिषद पलवल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को दोनों जिलों की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने संबंधी दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि एनजीटी के निर्देशानुसार फरीदाबाद में साफ-सफाई व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए तथा सभी प्रकार के वेस्ट का उचित प्रबंधन किया जाना जरूरी है, ताकि पर्यावरण साफ-स्वच्छ रहे तथा लोगों का स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहे। उन्होंने कहा कि पानी, हवा व धरती हमें प्रकृति से अनमोल खजाने के रूप में मिले हैं, इन्हें शुद्ध बनाए रखना हम सबकी जिम्मेवारी है। जो व्यक्ति इन्हें खराब कर रहा है, वह वास्तव में पाप का भागीदार है। लोगों के सहयोग के बिना साफ-सफाई व्यवस्था का उचित रखरखाव संभव नहीं है। लोगों को घरों के कचरा का उचित प्रबंधन करना चाहिए तथा कूड़े को इधर-उधर नहीं फैंकना चाहिए। नगर निगम की ओर से साफ-सफाई के लिए मैनपाॅवर व मशीनरी का उचित प्रबंधन किया जाए। डोर-टू-डोर कलेक्शन सौ प्रतिशत तक किया जाए। कमेटी की सदस्य एवं पूर्व मुख्य सचिव हरियाणा उर्वशी गुलाटी व बाबूराम ने भी साफ-सफाई के संबंध संबंधित विभागों को एनजीटी के निर्देशों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गांव सीकरी में सीवरेज के पानी को हाईवे पर आने से रोकने के लिए भी उचित व्यवस्था बनाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण का अलग से प्रबंधन हो।
नगर निगम के आयुक्त यश गर्ग ने बताया कि फरीदाबाद में कुल 40 वार्ड हैं तथा आगामी कुछ दिनों में चार वार्डों को माॅडल वार्ड के रूप में विकसित किया जाएगा। इन वार्डों में कचरा प्रबंधन, डोर-टू-डोर कूड़ा कलैक्शन, सीवरेज व्यवस्था व साफ-सफाई के लिए पर्याप्त स्टाॅफ व मशीनरी लगाई जाएगी। चार वार्ड माॅडल बनने के बाद इस योजना का विस्तार करते हुए सभी वार्डों में यह व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि ठोस कचरा से प्लास्टिक कचरा को अलग करके इसे रिसाइकिल किया जाएगा, ताकि इसका दोबारा प्रयोग हो सके। इसके अलावा 100 किलो से अधिक कूड़ा पैदा करने वाली फर्मों या घरों की पहचान की जाएगी। कूड़ा उठाने वाले करीब 230 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया है।
उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला प्रशासन के संबंधित विभाग इस दिशा में गंभीरता से कार्य करेंगे तथा इसके परिणाम भी जल्द आने शुरू हो जाएंगे। विभागों के साथ-साथ इस कार्य में एनजीओ की भी मदद ली जाएगी। फरीदाबाद की साफ-सफाई के लिए एक अभियान चलाकर जनता के सहयोग से अच्छे परिणाम लाने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्य की शुरूआत शहर के चार वार्डों से की जा रही है। साफ-सफाई के साथ-साथ अतिक्रमण भी हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के साथ-साथ गांवों में भी साफ-सफाई व्यवस्था के लिए डीआरडीए व पंचायत विभाग की ओर से अभियान चलाया जाएगा।
इसके बाद कमेटी ने सेक्टर-48 व 49 के रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों व आवासीय जन कल्याण समिति के साथ भी मीटिंग की। पूर्व न्यायाधीश प्रीतम पाल सिंह ने सेक्टरवासियों की जलभराव व सीवरेज की समस्या पर एचएसवीपी व नगर निगम को निर्देश दिए कि इस समस्या का जल्द व स्थाई समाधान निकाला जाए। इसके लिए सभी संबंधित विभाग मिलकर कार्य करें। इस अवसर पर कमेटी के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने पलवल जिला की सफाई व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। बैठक में पलवल के उपायुक्त नरेश कुमार, अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम बल्लबगढ़ त्रिलोकचंद, एसडीएम अमित कुमार, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।