आरोपी एयर इंडिया के अधिकारी बनकर करते थे संपर्क, कंपनी का फर्जी ऑफर लेटर भेजकर लगाते थे चूना, अब पुलिस ने धर दबोचा
एयर इंडिया कम्पनी में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर थाना बल्लभगढ़ ने गिरोह में शामिल 2 लड़कियों सहित 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपियों के कब्जे से 1 लैपटॉप, 9 मोबाइल, 8 सिम कार्ड व ₹21000 नकद बरामद
आरोपी एयर इंडिया के अधिकारी बनकर करते थे संपर्क, कंपनी का फर्जी ऑफर लेटर भेजकर लगाते थे चूना
फरीदाबाद: डीसीपी साइबर क्राइम बल्लभगढ़ अमित यशवर्धन के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना बल्लभगढ़ प्रभारी नवीन कुमार व उनकी टीम ने एयर इंडिया कंपनी में नौकरी लगवाने के नाम पर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी अमित यशवर्धन ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अभय, रवि, विजय उर्फ बबलू, हिमांशु, नितेश, राहुल, रजनीश, खुशबू तथा रिया का नाम शामिल है। आरोपी अभय तथा रवि उत्तर प्रदेश के नोएडा व अन्य आरोपी गाजियाबाद के रहने वाले हैं। आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं जो भोले भाले लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाकर उनके पैसे ऐंठ लेते हैं। आरोपी फेसबुक के माध्यम से नौकरी ढूंढ रहे आम नागरिकों को अपना निशाना बनाते हैं। आरोपी इन युवाओं को अपने झांसे में लेते हैं और अपने आपको एयर इंडिया के अधिकारी बताकर सामने वाले व्यक्ति से संपर्क करते हैं। आरोपी अपने आपको एयर इंडिया कंपनी का अधिकारी बनाकर अलग-अलग डिपार्टमेंट से कॉल करते हैं और उन्हें एक अच्छी नौकरी का सपना दिखाकर अपने झांसे में ले लेते हैं। बेरोजगार युवा नौकरी के लालच में आकर उनकी बात मान लेता है जिसके पश्चात आरोपी एयर इंडिया का एक फर्जी जॉब लेटर तैयार करके उस व्यक्ति को भेजते हैं और सामने वाला व्यक्ति समझता है कि यह एयर इंडिया का असली ऑफर लेटर है। इसके पश्चात आरोपी ट्रेनिंग, आईडी कार्ड फीस इत्यादि का बहाना बनाकर उस व्यक्ति से पैसों की मांग करते हैं और पीड़ित आरोपियों के जाल को समझ नहीं पाता और उनकी बातों में आकर उन्हें पैसे भेजता रहता है। इस प्रकार आरोपियों ने फरीदाबाद की रहने वाली एक महिला के साथ ₹41349 की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। महिला को जब इस ठगी का एहसास हुआ तो उसने इसकी शिकायत साइबर थाने में की जिसके पश्चात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। आरोपियों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमें एसआई विकास व प्रवीण, एएसआई अनूप, दीपक, मुख्य सिपाही भूपेंद्र व नावेद, सिपाही आजाद, प्रदीप, विक्रांत तथा महिला सिपाही मनीषा का नाम शामिल था। पुलिस ने इस मामले में कड़ी मशक्कत करते हुए तकनीकी व गुप्त सूत्रों की सहायता से मामले में शामिल उक्त आरोपियों को नोएडा व गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया जिसमें 2 लड़कियां भी शामिल थी। दोनों लड़कियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया वहीं अन्य आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खातों में 20 लाख रुपए का लेनदेन पाया गया है और आरोपियों द्वारा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र सहित देश के कई अन्य इलाकों से साइबर ठगी की वारदातों का किया जाना पाया गया है। पुलिस द्वारा संबंधित थानों को इस बारे में सूचना भेजी जा रही है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।