क्राइम ब्रांच 85 ने वर्कशॉप से लोहे का सामान चोरी करने वाली गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर ₹20000 किए बरामद
क्राइम ब्रांच 85 ने वर्कशॉप से लोहे का सामान चोरी करने वाली गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर ₹20000 किए बरामद
चारों आरोपियों के खिलाफ चोरी के चार-चार से अधिक मुकदमे दर्ज
फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा द्वारा अपराध अधिकतर वारदातों में शामिल अपराधियों की धरपकड़ के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर 85 प्रभारी जोगिंदर सिंह की टीम ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विपिन, मुजम्मिल, सोनू तथा रवि का नाम शामिल है। चारों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और फरीदाबाद में बीपीटीपी, प्रहलादपुर इत्यादि एरिया में रहते हैं। चारों आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के चोर हैं जो लोहे का सामान चोरी करते हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने दिसंबर 2023 में इस गिरोह के 7 आरोपियों मुजम्मिल, विपिन, रवि, सोनू, फरमान, सगीर तथा अफजल को चोरी के अन्य मुकदमे में गिरफ्तार किया था और पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। पूछताछ के दौरान आरोपी विपिन, मुजम्मिल, रवि तथा सोनू द्वारा सूरजकुंड एरिया में एक वर्कशॉप से लोहे का सामान चोरी करने की वारदात का खुलासा हुआ। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की गई जिसमें सामने आया कि आरोपियों ने मेवला महाराजपुर शिव मंदिर के पीछे स्थित एक वर्कशॉप से ₹90000 के लोहे की शेटरिंग तथा कॉपर की तार चोरी की थी। आरोपियों ने बताया कि चोरी का सामान उन्होंने बेच दिया है जिसकी पुलिस जांच कर रही है तथा बेचे हुए सामान से प्राप्त पैसों में से पुलिस ने आरोपियों से ₹20000 बरामद किए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के चोर हैं तथा आदतन अपराधी हैं। आरोपी कोई भी निर्माणाधीन मकान को या वर्कशॉप जिसमें लोहे का सामान होता है उसको अपना निशाना बनाते हैं तथा मौका लगते ही वहां से सामान चोरी करके फरार हो जाते हैं। जिसमें आरोपी विपिन के खिलाफ चोरी लूट चोरी अवैध हथियार इत्यादि धाराओं के करीब 8 मुकदमे दर्ज है वहीं आरोपी मुजम्मिल पर भी चोरी के 8, आरोपी रवि तथा सोनू पर चोरी के पांच-पांच मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है।