खबरदार-सेनिटाइजर यूज़ करे तो आग ,मोमबत्ती और दिया से रखे दूर, बच्चों का रखे खास ध्यान।
हरियाणा के रेवाड़ी में एक शख्स के कपड़ों पर सेनेटाइजर गिरने से आग पकड़ने का मामला सामने आया है। शख्स 35 फीसदी तक जल गया और उसे सर गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस से बचाव के तौर पर हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल सावधानी से करना जरूरी है। इसमें 75 फीसदी तक अल्कोहल होता है जो एक ज्वलनशील पदार्थ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 अप्रैल को घरों के बाहर दीया/मोमबत्ती जलाने की अपील के बाद प्रसार भारती ने लोगों को सलाह दी कि वे दीया या मोमबत्ती जलाते समय अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का उपयोग न करें। प्रसार भारती के मुताबिक, अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र ज्वलनशील होता है। हालांकि, पीएम ने कहा है कि लोग मोबाइल की फ्लैशलाइट भी जला सकते हैं। जानिए वो बातें जो सेनेटाइजर का इस्तेमाल करते वक्त ध्यान रखनी जरूरी हैं-अगर हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया है तो कुछ देर के लिए रसोई गैस, लाइटर, माचिस या ऐसी जगहों से दूर रहें जहां आग है। अल्कोहल में 75 फीसदी तक अल्कोहल होता है, यह ज्वलनशील होने के कारण आग तेजी से पकड़ता है। हाथों में इसका जरूरतभर ही इस्तेमाल करें और सूखने के बाद ही कोई काम करे हर चीज को सैनेटाइज की जरूरत नहीं है। हाथ को सेनेटाइज करें, क्योंकि हाथ से ही नाक और मुंह छूते हैं। इसे बच्चों से दूर रखें। एक्सपर्ट के मुताबिक, सेनेटाइजर की कुछ बूंदें ही बच्चों के लिए खतरानाक साबित हो सकती हैं। मुंह में सेनेटाइजर जाने पर सिरदर्द, बोलने में समस्या, सिर चकराना जैसी समस्या हो सकती है। मात्रा अधिक होने पर ब्रेड डैमेज की स्थिति भी बन सकती है।