खुदाई मे निकले सोने के सिक्कों को मजबूरी में कम दाम पर बेचने का लालच देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के 5 आरोपियो को क्राइम ब्रांच एनआईटी ने किया गिरफ्तार
एक ही परिवार के है पांचों आरोपी, पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए पहले बतौर सैंपल असली सोने के सिक्के देते थे , डिलीवरी के समय करते थे धोखाधड़ी
13.700 किलोग्राम नकली सोने के सिक्के, 24 मोबाइल फोन व 1.56 लाख रु नगद बरामद
फरीदाबाद- डिसाइड श्री विकास अरोड़ा के दिशा निर्देश एवं डीसीपी क्राइम श्री नरेन्द्र कादयान के मार्गदर्शन और एसीपी क्राइम सुरेंद्र स्योराण के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच एनआईटी प्रभारी नरेन्द्र कुमार की टीम ने असली के नाम पर नकली सोने के सिक्के बेचने वाले गिरोह के 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि पांचों आरोपी एक ही परिवार के है जिसमे आरोपी पन्ना लाला और उसकी पत्नी रमा तथा पुत्र धर्मेन्द्र, राजन व नितिन का नाम शामिल है। सभी आरोपी बल्लबगढ़ के उंचागांव के रहने वाले है। दिनांक 28 जून 2022 को फरीदाबाद की ग्रीन फील्ड कॉलोनी के रहने वाले डॉक्टर निशांत ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह एक एमबीबीएस डॉक्टर हैं और ग्रीन फील्ड कॉलोनी में अपना क्लीनिक चलाते हैं। दिनांक 8 फरवरी 2022 को एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ इलाज के लिए उनके पास आया था। इलाज के दौरान उसके परिजनों ने बताया कि उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है और वह पैसों के बदले उन्हें सोने के सिक्के दे सकते हैं जो उनके पुरखों को खेत में खुदाई के वक्त मिले थे। आरोपियों ने कम पैसों में ज्यादा सोने के सिक्के देने का लालच दिया और सैंपल के तौर पर पीड़ित डॉक्टर को कुछ सिक्के दे दिए जिसे सुनार से चेक करवाने पर वह सोने के सिक्के असली पाए गए जिससे पीड़ित को ठगों पर विश्वास हो गया। इसके लगभग 20 दिन पश्चात आरोपियों की पीड़ित से फिर बातचीत हुई और जब उन्होंने पीड़ित को सिक्के खरीदने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके पास करीब 40 लाख रुपए का इंतजाम है और वह इससे सोने के सिक्के खरीद लेंगे। इसके पश्चात दिनांक 2 मार्च 2022 को पीड़ित डॉक्टर को आरोपियों ने पैसे लेकर नोएडा बुलाया और 40 लाख रुपए लेकर उसके बदले में उन्हें 01 किलोग्राम सोने के सिक्के दे दिए। डॉक्टर ने जब सुनार के पास पहुंचकर सिक्कों की जांच करवाई तो पता चला कि सारे सिक्के नकली है। पीड़ित ने इसके पश्चात काफी समय तक आरोपियों की अपने तौर पर तलाश की परंतु जब उनका कोई सुराग नहीं लगा तो पीड़ित ने 28 जून को इसकी शिकायत पुलिस में दी इसके पश्चात पुलिस थाना सूरजकुंड में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की गई। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने मामले में जल्द से जल्द आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके पश्चात पुलिस उपायुक्त नरेंद्र कादयान के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच प्रभारी नरेंद्र कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस जांच के दौरान क्राइम ब्रांच एनआईटी ने गुप्त सूत्रों, सीसीटीवी फुटेज तथा तकनीकी के माध्यम से मामले में शामिल पांच आरोपियों को दिनांक 14 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से आरोपी पन्नालाल तथा उसके बेटे धर्मेंद्र को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया तथा बाकी अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि यह परिवार लगभग 20 वर्ष से अलग-अलग राज्यों में इसी प्रकार की वारदातों को अंजाम दे रहा है जिसकी जांच की जा रही है। आरोपियों के कब्जे से 13.700 किलोग्राम नकली सोने के सिक्के, 24 मोबाइल फोन तथा 01.56 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं। आरोपियों से मामले में गहनता से पूछताछ की जा रही है जिनसे बाकी पैसों की बरामदगी की जाएगी। इसके अलावा मामले में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ करके उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।