Citymirrors-news-शहर की सड़क लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है और आए दिन कोई न कोई हादसे होते रहते है। ऐसे में जानलेवा गड्ढे को भरकर पवित्र के पिता ने संकेत दिया है कि जब आम आदमी इन गड्ढों को भर सकता है तो इतना बड़ा संस्थान एचएसवीपी ,नगर निगम,और एनएचआई क्यों नहीं। क्या प्रशासन सोया हुआ है। क्यों इस और ध्यान नहीं देता । इसी गड्ढे के कारण ही छह साल पहले तीन साल के पवित्र को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। तब से उनके पिता मनोज वाधवा फरीदाबाद एक्शन ग्रुप के साथ मिलकर लगातार अभियान चला रहे हैं ताकि शहर की सड़कों पर होने वाले गड्ढों से किसी और मासूम की जान न जाए। और इस बार उन्होंने जब सारा शहर गणतंत्र दिवस मनाने में व्यस्त था । सरकारी तंत्र हरियाणा के कृषिमंत्री के आगमगन को लेकर व्यस्त था। तो दूसरी औश्र पीड़ित
मनोज वाधवा शहर के सड़कों पर पेचवर्क करने में लगे हुए थे उनका कहना है कि जल्द से जल्द शहर की सभी प्रमुख सड़कों का सर्वे कर गड्ढों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। ये रिपोर्ट नगर निगम और एचएसवीपी के उच्चाधिकािरयों को सौंपी जाएगी। ताकि उनकी भराई की जा सके। यदि दोनों विभाग ऐसा नहीं करते तो फरीदाबाद एक्शन ग्रुप के साथ मिलकर आम आदमी सड़कों के गड्ढों की भराई करेगा। रविवार को फरीदाबा एक्शन ग्रुप की टीम के साथ पीड़ित मनोज वाधवा सेक्टर 17 एमवीएन स्कूल के सामने पहुंचकर सड़क पर हुए गड्ढे की सफाई कर वहां तारकोल में रोड़ी मिलाकर उसकी भराई कराई। इसके लिए बाइक रैली निकालने की योजना बनाई थी लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए गड्ढे की भराई कर अधिकारियों को संकेत दिया। गौरतलब है कि छह साल पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाटा मोड़ पर सेक्टर-16 निवासी मनोज वधवा के बेटे पवित्र (3) की 2 फरवरी 2014 को बाटा चौक पर सड़क हादसे में मौत हो गई थी। हादसे के वक्त मनोज वधवा अपनी पत्नी टीना वधवा और पवित्र के साथ स्कूटर से बल्लभगढ़ से अपने घर लौट रहे थे। मनोज के मुताबिक बाटा चौक के पास उनका स्कूटर सड़क पर एक गड्ढे में फंसकर गिर गया था। इस हादसे में पवित्र की मौत हो गई थी। मनोज वधवा ने हादसे के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को दोषी मानते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। मनोज वधवा की ओर से वकील डेंसेन जोसफ पैरवी करते हुए आज तक न्याय के लिए भटक रहे है।