जोखिम की पहचान, तैयारी व कवरेज संबंधी योजना बिजनेस कंटीन्यूटी के लिए जरूरी : राजीव चावला
फरीदाबाद। वर्तमान समय में जबकि उद्योगों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में रिस्क (जोखिम) से निपटने के लिये प्रभावी कदम हमें प्रबंधन में सफलता प्रदान कर सकते हैं।
यहां यह उद्गार व्यक्त करते हुए प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने कहा कि जोखिम किसी भी संस्थान को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है, जिसकी पहचान करना और उसके लिये तैयार रहना तथा उसे कवर करने के लिये योजना बनाना काफी आवश्यक है।
एचडीएफसी बैंक द्वारा बिजनेस कंटीन्यू प्लान पर आयोजित बेवीनार में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री चावला ने कहा कि जोखिम कभी भी गंभीर परिणामों के साथ सामने आ सकते हैं जिन्हें समझना जरूरी है।
श्री चावला ने कहा कि दुर्घटना, रॉ मैटीरियल में बढ़ौतरी, व्यवसाय में कंपीटीशन, इम्पोर्ट के कारण उत्पादन पर नाकारात्मक प्रभाव, प्राकृतिक आपदा, महामारी, सरकार की नीतियां, सामाजिक गतिरोध, नई प्लानिंग, परिजन या प्रबंधक की मृत्यु और अन्य समस्याएं जोखिम की श्रेणी में आती हैं जिनके संबंध में हमें पहले से ही तैयार रहना चाहिए और इसकी कवरेज के लिये कार्य किया जाना चाहिए।
श्री चावला ने कहा कि उद्योगों में आग एक जोखिम बन सकती है जिसके हम अग्रिशमन संयंत्र प्रयोग करते हैं और उसके बाद भी इंश्योरेंस कवरेज लेते हैं यह वास्तव में जोखिम की पहचान व उससे निपटने का एक प्रभावी हल है। आपने कहा कि हाल ही में कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन को भी रिस्क फैक्टर कहा जा सकता है।
श्री चावला ने कहा कि पर्यावरण, स्थिरता, सामाजिक परिवेश पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है क्योंकि जनरेटर सैटों को लेकर एनजीटी के आदेश व ईंधन को लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश भी ऐसे जोखिम रहे जिनसे उद्योगों का सामना हुआ।
श्री चावला ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि हम टीम प्लान बनाएं, फाईनेंशियल प्लानिंग से काम करें, बैकअप तैयार रखें और उन तथ्यों को पहचानें जिनसे रिस्क की संभावनाएं बनी रहती हैं।
श्री चावला ने कहा कि बिजनेस कंटीन्यूटी प्लान के तहत हमें वास्तव में रिस्क को पहचानना होगा, उससे निपटने के लिये तैयारी करनी होगी और कवरेज के साथ बैकअप को अपनाना होगा।
आयोजनकर्ता एचडीएफसी टीम ने विश्वास व्यक्त किया कि यह बेवीनार उद्योगों में स्थिरता व निरंतरता बनाए रखने में काफी सहायक सिद्ध होगा। बेवीनार में बड़ी संख्या में एचडीएफसी के उपभोक्ताओं सहित उद्योग प्रबंधक व विभिन्न ईकाईयों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।