डीजल व पीएनजी की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर इनका इनपुट क्रेडिट उद्योगों को मिलना चाहिए।जेपी मल्होत्रा
फरीदाबाद।डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जेपी मल्होत्राने मांग की है कि डीजल पीएनजी ए सीएनजीआदि ईंधन जो उद्योगों में उत्पादन प्रकिया के अंतर्गत कच्चे माल की श्रेणी में माने जाते हैं ए को जीएसटी दायरे में लाकर उन पर इनपुट क्रेडिट मिलना चाहिए।
श्रीमल्होत्राने कहा है कि राज्य एवं केंद्रीय सरकार औद्योगिक उत्पादनों की लागत कम करने एवं मांग बढ़ाने पर जोर देती है। कहा गया है कि पीएनजी जिसका उपयोग डीजल के स्थान पर किया जा रहा है ए का उपयोग उत्पादन प्रक्रिया में किया जा रहा है ए ऐसे में डीजल व पीएनजी की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर इनका इनपुट क्रेडिट उद्योगों को मिलना चाहिए।
श्रीमल्होत्राकेअनुसारयहसंतोषकाविषयहैकिकेंद्रीयसरकारइसविषयपरसिद्धांतनसहमतहोगईहै।उम्मीदकीजातीहैकियहविषयजीएसटीकाउंसिलकेसमक्षआएगा।आरंभमेंकेंद्रकोथोड़ावित्तीयनुकसानहोसकताहैपरंतुलंबेसमयकेलियेयहफायदेमंदहोगाक्योंकिउत्पादसस्ताहोनेसेमांगबढ़ेगीऔरउसपरलगाजीएसटीइसघाटेकीभरपाईकरदेगा।
डीएलएफइंडस्ट्रीजएसोसिएशननेमुख्यमंत्रीसेअनुरोधकियाहैकिईंधनकोजीएसटीदायरेमेंइनपुटक्रेडिटकीछूटदिलाकरउद्योगोंकोराहतदिलाएंए इससेउत्पादोंकीमांगभीबढ़ेगीए ऐसाश्रीमल्होत्राकाकहनाहै।