दुष्कर्म करने के मामले में बरती गई लापरवाही और आरोपियों को संरक्षण देने के खिलाफ आज पीडि़ता ने पुलिस कमिश्रर कार्यालय किया विरोध प्रदर्शन।
फरीदाबाद। नाबालिग लडक़ी को नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म करने के मामले में डबुआ थाना पुलिस द्वारा बरती गई लापरवाही और आरोपियों को संरक्षण देने के खिलाफ आज पीडि़ता के परिजनों ने पुलिस कमिश्रर कार्यालय सेक्टर-21ए के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की गुहार लगाई। इस पूरे प्रकरण में विधायक नीरज शर्मा द्वारा आरोपियों को संरक्षण देने को लेकर पीडि़तों ने विधायक नीरज शर्मा मुर्दाबाद, डबुआ थाना पुलिस मुर्दाबाद, पंकज शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगा। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उनकी बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को पुलिस ने सांठगांठ करके दबा दिया और इतना ही नहीं बल्कि महिला जांच अधिकारी ने तो पीडि़ता से मारपीट की, जबकि अन्य पुलिस कर्मचारियों ने उसके परिजनों को पीटा। पीडि़तों ने कहा कि अगर पुलिस की यही न्याय प्रक्रिया है तो वह इसका पुरजोर विरोध करते हुए। इस मौके पर पुलिस कमिश्रर विकास कुमार अरोड़ा ने मौके पर पहुंचकर पीडि़तों से पूरे मामले की विस्तार से जानकारी दी और मौके पर ही एसीपी व एसएचओ को बुलाया और इस मामले में लापरवाही बरतने वाली महिला जांच अधिकारी हेमलता सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए वहीं इस मामले में पीडि़त परिवार को रिवाल्वर दिखाकर जान से मारने की धमकी व जातिसूचक शब्दों से गालियां देने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए वहीं आरोपी संदीप को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया। इतना ही नहीं बल्कि पंकज शर्मा पर एक लडक़े अपहरण व मर्डर मामले में पुलिस द्वारा क्लीन चिट दिए जाने की जांच करवाने के लिए भी निर्देश दिए। लोगों ने पुलिस कमिश्रर का आभार जताया। गौरतलब है कि इस मामले में एनआईटी के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नगेंद्र भड़ाना के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई थी। पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना स्वयं पीडि़त परिवार के साथ डबुआ थाने पहुंचकर इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों की शिकायत एसएचओ से की थी। दरअसल डबुआ कालोनी निवासी एक नाबालिग लडक़ी को संदीप नामक युवक अपने साथ ले गया और वहां उसको नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ कई दिनों तक दुष्कर्म किया था, जब पीडि़त परिवार न्याय की गुहार लेकर डबुआ थाने पहुंचा तो वहां पुलिस वालों ने न केवल पीडि़ता के पिता के साथ मारपीट की बल्कि जांच अधिकारी हेमलता ने पीडि़त लडक़ी से भी मारपीट की और उस पर आरोपियों के खिलाफ दिए बयान वापिस लेने का दबाव बनाया। बताया जाता है कि आरोपी संदीप व उसका सहयोग पंकज को एनआईटी के विधायक का संरक्षण हासिल है और जब पीडि़ता की मां अपनी बेटी के बारे में जानकारी लेने पंकज के पास गई तो उसने पिस्तौल तानकर उसे धमकी तक दे डाली। इस मामले को पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना द्वारा उठाए जाने के बाद पुलिस कमिश्रर द्वारा की गई सख्ती से पीडि़तों को न्याय मिलने की आस जगी है।