नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के नेताओं ने दी चेतावनी। अगर मांगों पर 18 जनवरी तक समाधान नहीं किया तो करेंगे अनिश्चितकालीन आंदोलन।
निगम कर्मचारियों ने आज अपनी स्थानीय मांगों को लेकर निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए अतिरिक्त निगमायुक्त को मांगों एवं आंदोलन का नोटिस सौंपा। कर्मचारियों की जोरदार नारेबाजी को सुनकर अतिरिक्त निगमायुक्त अपने कार्यालय से बाहर आ गये और कर्मचारियों के बीच आकर उनका ज्ञापन लेते हुए उनकी मांगों का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के नेताओं ने दी चेतावनी। अगर मांगों पर आगामी 18 जनवरी तक समाधान नहीं किया तो नगर निगम में होगा अनिश्चितकालीन आंदोलन। इस प्रदर्शन की अगुवाई नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री संघ, उप महासचिव सुनील चिंडालिया, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव और नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर, जिला प्रधान गुरचरण खांडिय़ा आदि नेता कर रहे थे। कर्मचारियों ने भोजन अवकाश के समय पहले निगम मुख्यालय पर विशाल कर्मचारी सभा का आयोजन किया। सभा में ठेका प्रथा समाप्त कर सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, नई पेंशन स्कीम समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, डीए की रोकी गई किस्त ब्याज सहित कर्मचारियों के वेतन में जोडऩे, एलटीसी पुन: बहाल करने, प्रीमेच्योर रिटायरमेंट पर रोक लगाने, एसीपी व पदोन्नति पर लगाई गई टेस्ट की शर्त को हटाने, छंटनी किए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने सहित अन्य कर्मचारियों की सार्वजनिक मांगों को लेकर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा 12 जनवरी को जिला उपायुक्त कार्यालय सेक्टर-12 में किए जाने वाले प्रदर्शन में नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा बढ़-चढक़र भाग लेने का ऐलान किया गया।
नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि सरकार ने पालिका परिषद व नगर निगमों के कर्मचारियों के साथ में वादाखिलाफी की है इसलिए पालिका परिषद एवं नगर निगम के कर्मचारियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान करते हुए 15 जनवरी को सभी निगम आयुक्त व पालिका, परिषदों के आयुक्तों, डीएमसी कार्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन कर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के साथ पूर्व में 25 अप्रैल व 17 अगस्त को 2 दौर की वार्ताओं में मानी गई मांगों कोरोना से मौत होने पर मृतक कर्मचारी के आश्रित को 50 लाख विशेष आर्थिक सहायता राशि देने, 4 हजार जोखिम भत्ता देने, पालिका, परिषद और निगमो में क्षेत्रफल आबादी के अनुपात में नए पद सृजित करने, ठेका प्रथा समाप्त करने, छंटनी ग्रस्त कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापिस लेने आदि आदि मांगों पर सहमति बनी थी। इन मांगों के पत्र जारी करवाने के लिए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा यदि मंत्री ने 3 फरवरी तक मानी गई मांगों के पत्र जारी नहीं किए तो हरियाणा सरकार के सभी राज्य एवं कैबिनेट मंत्रियों के आवासों पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। श्री शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को हस्तक्षेप कर कोरोना योद्धा पालिका, परिषद और निगमों के कर्मचारियों की समस्याओं का निदान करवाएं। अन्यथा पालिका, परिषद और नियमों के कर्मचारी राज्यव्यापी, व्यापक और तीखा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
आज के इस प्रदर्शन में अन्य के अलावा कर्मी नेता श्रीनंद ढकोलिया, नानकचंद खैरालिया, सोमपाल झिझोटिया, प्रेमपाल, जितेन्द्र छाबड़ा, राजबीर चिण्डालिया, बल्लू प्रधान, रघुबीर चौटाला, विनोद उज्जनीवाल, नरेश भगवाना, रविन्द्र टांक, विजय चावला, दर्शन सोया, देशराज डाबर, दीपक सतवीर तमोली, नैन सिंह, दान सिंह, बंटी खैरालिया, विरेन्द्र भंडारी, मुकेश, संजय चिण्डालिया, ललित कुमार, महावीर मा. वेदप्रकाश, माईचंद जंघालिया, चौ. नानक, जसबीर चौहान, रणजीत चिण्डालिया, महिला नेता कमला, ब्रजवती, शकुन्तला, बीना, ज्ञानो, कमलेश, सुनीता, माया, सत्तो आदि ने सम्बोधित किया।