नगर निगम के सहायक अभियंता ओपी मोर की गुम फाइल मिली तो फिर जो नही हो रहा था वो हो गया।
Citymirrors.in-आखिर मिल ही गई मोर की फाइल फरीदाबाद नगर निगम आयुक्त अनीता यादव ने एक महत्वपूर्ण फैसले में नगर निगम के सहायक अभियंता ओपी मोर को निलंबित कर दिया है मजेदार बात यह है कि मोर को निलंबित करनी संबंधी आदेश पिछले निगम आयुक्त मोहम्मद साइन ही कर गए थे लेकिन यह मोर की ऊपर तक पैठ ही मानी जा रही है कि अभी तक यह निलंबन संबंधी आदेश फाइलों में दबे पड़े थे हालांकि मोर कि इस पावर के चलते सरकार पहले ही एक एचसीएस वह एक आईएएस अधिकारी को बलि का बकरा बना चुकी है असल में ओपी मोर ओल्ड फरीदाबाद जोन में तोड़फोड़ विभाग में बतौर सहायक अभियंता नियुक्त थे उस समय नगर निगम आयुक्त ने तोड़फोड़ विभाग की पूरी जिम्मेवारी संबंधित एक्स ई एन तथा सहायक अभियंता को सौंपी हुई थी लेकिन मोर के तोड़फोड़ का कार्यभार संभालते ही नहर पार तथा सेक्टर 9 10 के डिवाइडिंग पर अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई जिसकी शिकायत संयुक्त आयुक्त आशुतोष राजन को मिली बढ़ती हुई शिकायतों के चलते संयुक्त आयुक्त ने तोड़फोड़ की जिम्मेवारी ने होते हुए भी मोर को नहर पार तथा सेक्टर 9 10 की डिवाइडिंग रोड पर बन रही विभिन्न अवैध इमारतों को तोड़ने के आदेश जारी किए थे लेकिन इन इमारतों को तोड़ने की बजाए जब ओपी मोर ने उनको संरक्षण देना शुरू कर दिया तो नगर निगम के संयुक्त आयुक्त आशुतोष राजन ने मोर के खिलाफ निगमायुक्त को रिपोर्ट भेज दी लेकिन इस को ओपी मोर की पावर ही कहा जाएगा कि उन्होंने अपने खिलाफ होते एक्शन को देख कर उक्त एचसीएस अधिकारी का प्रदेश के एक वजीर की सहायता से तबादला ही करा दिया हालांकि उसी समय आयुक्त मोहम्मद शाइन ने ओपी मोर को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए थे लेकिन जब ओपी मोर को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए तो उसके तुरंत बाद मोहम्मद साइन को भी फरीदाबाद से चलता कर दिया गया और मोर साहब की फाइल यूंही दबी रह गई लेकिन गत दिवस नगर निगम आयुक्त अनीता यादव ने उस फाइल को ढूंढा और मोर को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए