नन्ही उम्र ऊंची उड़ान। ऐसी है नन्ही सृष्टि की उड़ान, बाल दिवस पर विशेष
नन्ही उम्र ऊंची उड़ान। ऐसी है नन्ही सृष्टि की उड़ान
प्रतिभाएं उम्र की मोहताज नही होती इसे चरितार्थ कर रहे है देश के होनहार बच्चे। सबकी अपनी पसंद, क्षेत्र ओर तरीके हैं, पर अपने प्रदर्शन और होसलो से वो हर किसी को चकित कर रहे है। बाल दिवस पर ऐसी ही एक प्रतिभावान बच्ची से आपको मिलाते है। मिसाल बेमिसाल। मात्र 6 वर्ष की उम्र में ही इतने कीर्तिमान स्थापित किए हैं नन्ही सृष्टि ने की लोग भी हैरान हो जाते हैं। देश की सबसे कम उम्र की रिकॉर्ड होल्डर बनी है जिसके पास सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा प्रमाण पत्र और अवार्ड है।छोटी उम्र में ही बड़ी प्रतिभा विद्यमान हैं। मात्र 3 वर्ष की उम्र में ही सृष्टि का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। सृष्टि ने हर प्रकार की होने वाली प्रतियोगिता जैसे नृत्य, चित्रकला ऐसी अनेकों में प्रतिभाग किया है। इसी कारण नन्ही बेटी के पास 690 से भी ज्यादा प्रमाण पत्र हो गए है। जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, स्टेट बुक ऑफ रिकॉर्ड, होप इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, एक्सक्लुसिव रेकॉर्ड बुक ऐसी ही अनेक 40 रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज है। सृष्टि की माता प्रिया गुलाटी का कहना है यदि बच्चो को आप सही ढ़ंग ओर अच्छे से साथ देंगे तो वह सभी को चकित कर देंगे। नन्ही उम्र में ही बड़ी समाज सेविका के रूम में विख्यात हैं। अपने पिता प्रवीन गुलाटी ने साथ मिलकर सृष्टि अनेक नए कार्य करती हैं। समाज सेवा के रूप में सभी को प्लास्टिक का उपयोग ना करने के बारे में, रक्तदान के लिए सभी को जागरूक करना, जल का सदुपयोग करना आदि ऐसे ही नेक कार्य करती है, साथ ही लोगों में देश भक्ति की भावना जागृत हो इसके लिए वह हर खास मौकों पर तिरंगा वितरण करती हैं। अभी तक नन्ही सृष्टि द्वारा 7000 राष्ट्रीय ध्वज वितरित किए जा चुके हैं। अपने अनेक नेक कार्यो ओर विश्व रिकॉर्ड के लिए वह सरकार द्वारा भी सम्मानित हो चुकी है। स्वयं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नन्ही बेटी को अपनी गोद मे लेकर बाते की ओर उसको सम्मनित भी किया। पर्यावरण के क्षेत्र में भी नन्ही बेटी का योगदान है। समय समय पर पौधा रोपण करती है। पक्षियों के लिए पानी के सकोरे वितरित करना। बच्चो के लिए मिट्टी से बनी गुल्लक वितरित की। पढ़ाई में भी सृष्टि अव्वल रहती है। नन्ही बेटी के माता पिता की एक ही इच्छा है कि सृष्टि बेटी एक दिन प्रधानमंत्री से मिले और उनको अपने हाथों से तिरंगा प्रदान करे। नन्ही बेटी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिले यही आशा है। फरीदाबाद हरियाणा के डी.सी.मॉडल.सीनियर.सेकेंडरी.
स्कूल की प्रथम कक्षा की छात्रा सृष्टि गुलाटी फरीदाबाद ही नही अपितु पूरे देश मे एक पहचान बन गई हैं। पिता प्रवीन गुलाटी का कहना है कि बड़ी खुशी होती है सृष्टि प्रतिभाशाली है और वह असाधारण रूप से आगे बढ़ रही हैं। इसमें उसकी माँ का बहुत ही योगदान है। दरअसल माँ-बाप होना एक जिमेदारी हैं। यह समझना होगा कि हर बच्चा खास है। अपने बच्चे के हुनर को समझे, उसके हुनर को पहचाने ओर उसे आगे बढ़ाए।