प्रवासी भारतीयों का देश के विकास में अभिन्न योगदान। रविन्द्र कुमार मनचन्दा
Citymirrors-news-राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइडस ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में वर्चुअल प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया। प्राचार्य, जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड प्रभारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की संकल्पना स्वर्गीय लक्ष्मीमल सिंघवी के दिमाग की उपज थी।
9 जनवरी के दिन इस अवसर का उत्सव मनाने के बाद से यह 1915 में इस लिए विशेष रूप से मनाया गया क्योंकि महात्मा गांधी सबसे बड़े प्रवासी होने के नाते दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और हमेशा के लिए भारतीयों के जीवन को परिवर्तन के रूप में चुना। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन प्रति वर्ष आयोजित किया जा रहा है 2003 के बाद से इन सम्मेलनों में प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए एक मंच सरकार और पारस्परिक रूप से लाभप्रद गतिविधियों के लिए अपने पूर्वजों की भूमि के लोगों के साथ संलग्न करने के लिए प्रदान किया जाता है। इन सम्मेलनों में प्रवासी भारतीय समुदाय दुनिया के विभिन्न भागों में रहने वाले भारतीयों के बीच नेटवर्किंग में भी बहुत उपयोगी होते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपने अनुभवों को साझा करने के लिए उन्हें सक्षम बनाते हैं। इस आयोजन में असाधारण योग्यता के व्यक्तियों के भारत के विकास में उनकी भूमिका की सराहना करने के लिए प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इस दिवस पर विदेशों में बसे भारतीयों को भी महत्वपूर्ण गतिविधियों और घटनाओं पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया जाता है। इसमें अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले भारतवंशियों का सम्मान किया जाता है तथा उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान किया जाता है। यह आयोजन भारतवंशियों से सम्बन्धित विषयों और उनकी समस्यायों के चर्चा का मंच भी है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच उनकी भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ ही उनकी अपने देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है तथा
भारतीय श्रमजीवियों को विदेश में किस तरह की कठिनाइयों का सामना करना होता है, के बारे में विचार-विमर्श कर के उन समस्याओं को दूर करना है, प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने प्रवासी भारतीय दिवस पर प्रवासी भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करते हुए पोस्टर बनाने के लिए तबिंदा, अंकिता, राधा गुप्ता, अंजलि, अंजुम और सोनी सहित प्राध्यापिका जसनीत कौर एवं पूनम शर्मा का सुंदर संयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।