प्रियंका गांधी व दीपेंद्र हुड्डा की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेसियों ने निकाला मशाल जुलूस
कांग्रेसियों ने भाजपा पर लगाया लोकतंत्र का हनन करने का आरोप
फरीदाबाद। कांग्रेस ओबीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताम्रध्वाज साहू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा व पूर्वमंत्री किरण चौधरी के निर्देशानुसार लखीमपुर खीरी में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा कांग्रेस ओबीसी सैल के प्रदेश चेयरमैन ललित भड़ाना के नेतृत्व में कांग्रेस ओबीसी कार्यकर्ताओं ने बीती रात मशाल जुलूस निकाला और भाजपा सरकार के इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की। यह जुलूस क्षेत्र के बाजारों से होकर गुजरा और एनआईटी के लेजरवैली पार्क पर सम्पन्न हुआ। इस दौरान उपस्थित ओबीसी सैल के कार्यकर्ताओं ने मोमबत्तियां जलाकर सर्वप्रथम लखीमपुर खीरी मामले में मारे गए किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की। इस अवसर पर मुख्य रूप से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनीशपाल व राजेश आर्य भी मौजूद थे। इस अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए ललित भड़ाना ने कहा कि उत्तरप्रदेश में आज भाजपा राज में जंगलराज कायम हो चुका है, अपने हकों की आवाज उठाने वाले किसानों पर जिस प्रकार मंत्री पुत्र ने गाड़ी चढ़ाई और उनको कुचलकर मार दिया। यह घटना इंसानियत को शर्मसार करने वाली है, लेकिन वहां की सरकार दोषी मंत्री व उसके पुत्र के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए उन्हें बचाने में लगी है। श्री भड़ाना ने कहा कि पीडि़त परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को जिस प्रकार पुलिस ने रोका और उनके साथ दुव्र्यवहार किया, उसे कांग्रेस कार्यकर्ता कतई सहन नहीं करेंगे और आज ओबीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार उन्होंने यह मशाल जुलूस निकालकर भाजपा सरकार को चेताने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र का हनन करने में लगी है और बिना किसी वारंट के दोनों ही नेताओं को कमरे में बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि क्या किसी का दुख बांटना गलत है? क्या यह अपराध की श्रेणी में आता है? उन्होंने भाजपा सरकार को चेताते हुए कहा कि आज उत्तरप्रदेश सहित समूचे देश की जनता भाजपा सरकार की तानाशाही से तंग आ चुकी है और उत्तरप्रदेश में होने वाले चुनावों में भाजपा को अपनी जनविरोधी नीतियों का खमियाजा सत्ताविहीन होकर भुगतना होगा। इस अवसर पर सैफुद्दीन, राजकुमार यादव, तरूण, मोनू, श्रीकांत, राजू, गौरव, इंद्राज, इंद्रपाल, प्रताप, सुनील सहित अनेकों ओबीसी सैल के कार्यकर्ता मौजूद थे।