मेट्रो अस्पताल के हृदय रोग विशेष डॉ नीरज बोले कोरोना संक्रमण से हृदय रोगियों को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत।
Citymirrors-News-Mukesh-Mondal- जिन लोगों को इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें कोरोना संक्रमण अधिक नुकसान पहुंचाता है। इस लिए पहले से बीमार लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव का अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। खासकर हृदय रोगियों को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत है। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण कोरोना मुख्यत शांस की बीमारी है, लेकिन अब यह दूसरे ऑर्गनस को भी इफेक्ट करने लगी है। हृदय काे भी कोरोना संक्रमण काफी नुकसान पहुंचा रहा है। ऐसे में हृदय रोगियों को सतर्क रहने की जरूरत है।
जम जाते हैं खून के थक्के
मेट्रो अस्पताल के हृदय रोग विशेष डॉ नीरज ने बताया कि कोरोना से हृदय की नाड़ियों में थक्का जमने की संभावना बढ़ जाती है। इससे हार्ट अटैक की समस्या देखने में आ रही है। कोरोना मरीजों में हृदय की मांसपेशियों के कमजोर होने के कारण लोगों में हार्ट फेलियर की समस्या देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि हृदय रोगियों को संक्रमण से काफी सतर्क रहने की जरूरत है। अगर पहले से हृदय रोगों से ग्रस्त मरीज में कोरोना का कोई लक्षण दिखाई देता है, तो उन्हें तुरंत जांच करा कर इलाज करने की जरूरत है। कोरोना से ठीक होने के बाद मरीज अपने हृदय संबंधित जांच जरूर कराएं।
अधिक सावधानी बरतने की जरूरत
क्यूआरजी अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश राय ने बताया कि कोरोना का इलाज शुरू होने के बाद बहुत से लोग पहले से चल रहा हृदय रोग का इलाज व सावधानियां बंद कर देते हैं। इससे हृदय रोगियों को खतरा बढ़ जाता है। इस समय जरूरी है कि हृदय रोग अपनी दवाएं बंद न करें। कोरोना संक्रमण के बाद उन लोगों में भी हृदय संबंधित दिक्कतें देखने को मिल रही हैं, जिन्हें पहले हृदय संबंधित बीमारी नहीं हैं। बढ़ती उम्र के लोगों या डायबिटीज, किडनी, हृदय की समस्या से ग्रस्त लोगों को कोरोना से बचने के लिए ज्यादा सावधानियां बरतनी चाहिए क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। लोग मास्क पहनें, बार – बार हाथ साफ करें, उचित शारीरिक दूरी बनाए रखें।