राजस्थान में पुजारी को ज़िंदा जलाने की घटना, इलाज के दौरान पुजारी की मौत के बाद परिवार धरने पर बैठा।
राजस्थान के करौली ज़िले की सपोटरा तहसील मुख्यालय से क़रीब चार किलोमीटर दूर बूकना गांव में एक मंदिर के पुजारी को ज़मीनी विवाद के चलते ज़िंदा जलाने का सनसनीख़ेज़ मामला सामने आया है. इलाज के दौरान पुजारी ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में गुरुवार रात दम तोड़ दिया.
करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बीबीसी को बताया कि, “डाइंग डिक्लेरेशन में बाबूलाल वैष्णव ने पाँच लोगों पर पेट्रोल डाल कर जलाने का आरोप लगाया है. पुलिस थाना सपोटरा में आईपीसी की धारा 307 में मामला दर्ज किया गया था, अब 302 धारा में बदलेंगे.”
एसपी कच्छावा ने कहा कि, “धारा 302 में चार्जशीट पेश की जाएगी. इसमें पाँच नामज़द आरोपी बताए गए हैं. मुख्य आरोपी आरोपी कैलाश मीणा को हमने गिरफ़्तार कर लिया है, बाक़ी आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए हम प्रयास कर रहे हैं.”
उन्होंने यह भी कहा कि ज़मीनी विवाद के चलते यह घटना हुई है. दोनों ही पक्षों में से किसी ने भी पूर्व में पुलिस को किसी भी तरह के विवाद की सूचना नहीं दी है. यह घटना अचानक ही हुई है.