रिटेलर व होल सेलर को एमएसएमई श्रेणी में परिभाषित करने का आईएमएसएमई आफ इंडिया ने किया स्वागत, नया डैस्क बनाने की योजना
फरीदाबाद। सुप्रसिद्ध औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया ने केंद्र सरकार द्वारा रिटेलर व होल सेलर को एमएसएमई श्रेणी में परिभाषित करने का स्वागत किया है।
आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला के अनुसार सरकार की नई घोषणा से अब रिटेलर व होलसेलर भी बैंक क्रेडिड योजनाओं का प्राथमिक सैक्टर के तौर पर लाभ उठा सकेंगे।
श्री चावला ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत रिटेलर व होलसेलर को एमएसएमई कैटागिरी के तहत स्वयं को पंजीकृत कराना होगा
आपने जानकारी दी कि इस संबंध में आईएमएसएमई आफ इंडिया ने एक पृथक डैस्क बनाने का निर्णय लिया है जहां रिटेलर व होलसेलर को आईएमएसएमई आफ इंडिया की सदस्यता के संबंध में जानकारी दी जाएगी और उन्हें एमएसएमई बैनीफिट्स के संबंध में बताया जाएगा।
उल्लेखनीय है आईएमएसमई आफ इंडिया एमएसएमई सैक्टर्स का राष्ट्रीय स्तर का संगठन है। आईएमएसएमई आफ इंडिया ने पिछले कुछ समय में देशभर में जिस प्रकार एमएसएमई क्षेत्र को लामबद्ध किया है उसकी सराहना सरकारी व गैर सरकारी विभागों में की जाती रही है।
संगठन का मानना है कि नई परिभाषा से जहां एमएसएमई के दायरे का विस्तार हुआ है वहीं इससे निश्चित रूप से रिटेलर व होल सेलर वर्ग भी लाभान्वित होगा।