रोटेरियन मुकेश अग्रवाल कोविड-19 मरीजों के लिए भगवान बनकर सामने आए है। रोटेरियन पप्पूजीत सिंह सरना।
Citymirrors-news-जरूरतमंद कोविड -19 रोगियों के लिए भगवान बनकर आगे आने वाले समाजसेवी, उद्योगपति और रोटेरियन मुकेश अग्रवाल लगातार लोगों की सेवा में लगे हुए है। और पता चलने पर जिसे भी प्लाज्मा की जरूरत पड़ती है। उनकी मदद कर परिवार में खुशियां लौटाने का काम करते है। भगवान आप को हिम्मत और दीर्घ आयु प्रदान करे ।यह कहना है समाजसेवी और पूर्व आईएमटी प्रधान रोटेरियन पप्पूजीत सिंह सरना का। गौरतलब है कि कोविड-19 की महामारी बड़ी तेजी से फरीदाबाद सहित पूरे देश में फैल रही है। और लोगों को अपने चपेट में ले रही है। आगरा में रहने वाले मान सिंह भाटिया जिन्हें खुद के कोरोना पोजेटिव आने पर प्लाज़्मा डोनर (A+) की आवश्यकता पड़ गई। और वह शहर के कयूआरजी हॉस्पिटल में एडमिट हो गए। उनके परिवार के ही सदस्य रोटेरियन पप्पूजीत सिंह सरना जो कि रोटेरियन होने के नाते अपने दोस्त रोटेरियन मुकेश अग्रवाल जी से संपर्क कर हेल्प मांगी। जिस पर रोटेरियन मुकेश अग्रवाल जी ने तुरंत आधे घंटे में प्लाज़्मा डोनर को अपनी गाड़ी में बैठाकर कयूआरजी हॉस्पिटल तक छोड़ कर आए। और इस तरह आधे घंटे में ही कोविड पेशंट मान सिंह भटिया को प्लाज़्मा डोनर मिल गया। और उनका इलाज हो सका। जिस पर रोटेरियन पप्पूजीत सरना और परिवार के सभी सदस्यों ने उनका तहे दिल से धन्यवाद किया । गौरतलब है कि मुकेश अग्रवाल की वाइफ शशि अग्रवाल जिन्हें महामारी के आरंभ में ही कोरोना हुआ था। शशि अग्रवाल द्वारा कोरोना को मात देने के बाद उनके हसबेंड मुकेश अग्रवाल ने कोरोना से जंग लड़ने वाले वॉयरिर्स का कॉन्टेक्ट नम्बर जोड़ना शुरू कर दिया। और एक ग्रुप बनाकर सबको जोड़ने काम शुरू कर दिया। अब जब भी रोटेरियन मुकेश अग्रवाल जी से कोई भी संपर्क करता है या उन्हें पता चलता है तो वे कोविड-19 के पेशंट को जीवनदान देने के लिए कोरोना से सही हुए लोगों के सामने न केवल प्रार्थना करते है बल्कि खुद अपनी गाड़ी पर बैठकर हॉस्पिटल तक छोड़ कर आते है। तांकि मरीज की जल्द से जल्द जान बचाई जा सके। यही नही रोटेरियन मुकेश अग्रवाल की वाइफ शशि अग्रवाल खुद भी तीन बार प्लाज़्मा डोनेट कर चुकी है। समाजसेवी और रोटेरियन पप्पूजीत सिंह सरना और उनके परिवार ने रोटेरियन मुकेश अग्रवाल जी का धन्यवाद किया है। और कहा है कि जीवनदान देने वाला भगवान के बराबर होता है। और रोटेरियन मुकेश अग्रवाल इसका जीता जागता सबूत है।