शहर के उद्योगपति नरेंद्र अग्रवाल पीएम नरेंद्र मोदी का सपना पूरा करने में जुटे।
Citymirrors.in-उद्योगपति एवं समाजसेवी नरेंद्र अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी को आवास के सपने को साकार रूप देने का जो सफल प्रयास किया है वह एक अनुकरणीय उदाहरण है जिससे अन्य वर्गों को भी अपनाना चाहिए। यह विचार वरिष्ठ संघ प्रचारक प्रेमचंद गोयल ने सैक्टर-70 में प्रसिद्ध उद्योगपति एवं शिवालिक प्रिंट्स के चेयरमैन नरेंद्र अग्रवाल द्वारा आगमन सोसायटी के रूप में एर्फोडेबिल हाउस के फ्लैट धारकों को उनके फ्लैटों की चाबियां प्रदान करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत को पुन: विश्व गुरू के रूप में स्थापित करने के लिये सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है।
उद्योगपति नरेंद्र अग्रवाल के एफोर्डेबिल हाउस प्रोजैक्ट की सराहना करते श्री गोयल ने कहा कि भामाशाह की प्रवृत्ति हमारे समाज का हिस्सा रही है। नरेंद्र अग्रवाल धन कमाने के लिये नहीं बल्कि लोगों को अधिक से अधिक घर देने के लिये इस क्षेत्र में आए हैं और अपना घर, अपना ही होता है यह बात वही समझ सकता है जिसके सिर पर अपनी छत नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो अगले पांच वर्षों में सभी के सिर पर छत होगी और कोई भूखा नहीं सोएगा।
इस अवसर पर श्री गोयल ने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि 1835 से पहले भारत में सभी के सिर पर छत थी, कोई भूखा नहीं सोता था और यह बात लार्ड मकैले ने पार्लियामैंट में कही थी। उन्होंने कहा कि तब भारत को विश्व गुरू तथा सोने की चिडिय़ा कहा जाता था।
भारतीय संस्कारों का वर्णन करते वरिष्ठ संघ प्रचारक श्री गोयल ने कहा कि भारतवासी पशुओं और पक्षियों के लिये भी खाने का प्रबंध करते हैं।पिछले चार वर्ष में परिवर्तन का जो दौर शुरू हुआ वह भारत को पुन: विश्वगुरू के रूप में स्थापित करेगा। सभी के सिर पर अपनी छत होगी और हम विश्व सिरमौर के रूप मेें पहचान बनाएंगे।
श्री गोयल ने कहा कि देश में निर्धन वर्ग की मदद करने वाले बहुत हैं बशर्ते उसे उचित ढंग से रखा जाए और समझा जाए। उन्होंने उदाहरण देते कहा कि 2004 में जब वे छत्तीसगढ़ गये तो उन्हें वहां एक आदिवासी परिवार से मिलने का मौका मिला। उन्हें पता लगा कि इस परिवार की पांच बहनों के पास पहनने के लिये महज एक ही साड़ी थी। श्री गोयल ने बताया कि जब उन्होंने दिल्ली आकर यह बात बताई तो 15 दिन में एक लाख 47 हजार साडिय़ां छत्तीसगढ़ भेज दी गई।
इससे पूर्व नरेंद्र अग्रवाल ने आगमन सोसायटी प्रोजैक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि 112 फ्लैट्स के चार टॉवरों का कार्य पूरा हो चुका है जिसकी चाबियां फ्लैट धारकों को दे दी गई हैं। उन्होंने बताया कि दो टॉवर्स अभी ओर रह रहे हैं जिसकी चाबियां तीन माह में सौंप दी जाएंगी। तदोपरांत दूसरे फेस में छह टॉवर बनाए जाएंगे। इस प्रकार 10.5 एकड़ भूमि में सोसायटी का काम पूरा हो जाएगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत एक विकासशील देश है और महंगाई के कारण लोग मकान नहीं बना पाते। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी को मकान के सपने के अनुरूप उन्होंने काम करना शुरू किया और प्रथम चरण में कार्य पूरा हुआ। सोसायटी में फ्लैट्स की जानकारी देते श्री अग्रवाल ने बताया कि 21.5 लाख में दो कमरों का फ्लैट दिया जा रहा है जिसकी किश्त किराए के बराबर है। यही नहीं ईएमआई चाबियां देने उपरांत आरंभ होंगी और प्रत्येक प्रकार की आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जब व्यक्ति गुणवत्तायुक्त उत्पाद तैयार करता है और अपना कर्म मेहनत व लगन से करता है तो कमाई अपने आप ही हो जाती है। उन्होंने कहा कि एफोर्डेबिल हाउस उनका पैशन बन गया है और कपड़ा, भोजन, पढ़ाई, स्वास्थ्य और मकान की नितांत आवश्यकता है जिसे हम तभी पूरा कर सकते हैं जब मिल-जुलकर कार्य करें और सरकार के सामाजिक कल्याण कार्यों में हाथ बटाएं। श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रोजैक्ट में सभी संबंधित वर्गों का सहयोग सराहनीय रहा और यही कारण रहा कि निर्धारित कार्यकाल चार वर्ष का कार्य मात्र 2.5 वर्ष में पूरा कर लिया गया।
इस अवसर पर सर्वश्री मुकेश अग्रवाल, अरूण बजाज, प्रमोद गुप्ता एवं एस.सी. कुश भी विशेष तौर पर मौजूद थे ।