संघ के चेतावनी: छंटनी किए गए कर्मचारियों को वापिस ले सरकार
हरियाणा सरकार सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, नगर पालिकाओ, नगर निगम, पंचायती राज संस्थाओं, विश्वविद्यालयों, सहकारी समितियों व सोसाइटीज में काम करने वाले सभी ठेका प्रथा अनुबंधित कच्चे कर्मचारियों को पक्का करें और छंटनी पर रोक लगाए तथा छंटनी किए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापिस ले सरकार। अन्यथा प्रदेश का कर्मचारी इसका मुखर विरोध करेगा। यह चेतावनी आज सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य वरिष्ठ उप प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर आज केंद्र व राज्य सरकार की कर्मचारी एवं मजदूर विरोधी नीतियों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण के खिलाफ जिला उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर डीडीपीओ राजेश मोर को माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारी कर्मचारी पहले सेक्टर-12 स्थित ओपन थिएटर में एकत्रित हुए और एक विशाल जनसभा का आयोजन किया इस सभा की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के उपाध्यक्ष अतर सिंह केसवाल ने की तथा मंच का संचालन संघ के जिला सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर ने किया। इस विरोध सभा में विशेष रुप से अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री पाल भाटी, हरियाणा टूरिज्म विभाग के महासचिव युद्धवीर खत्री, नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के उप महासचिव सुनील चिंडालिया, बिजली यूनियन के राज्य नेता शब्बीर अहमद, टूरिज्म यूनियन के उपाध्यक्ष दिगंबर डागर, अध्यापक संघ के नेता भीम सिंह, सुभाष देशवाल, रविंद्र नगर, राजबेल देशवाल आदि उपस्थित रहे। आक्रोश सभा के बाद कर्मचारी विशाल जुलूस बनाकर जिला उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचे।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि सरकार पूर्व में जनता की जान की रक्षा के लिए दिन रात काम करने वाले कोरोना योद्धाओं के साथ भेदभाव कर रही है। वही सरकारी विभागों बोर्डो, निगमों, नगर निगम,नगर पालिका में पंचायती राज संस्थाओं, विश्वविद्यालय, सहकारी समितियों, सोसाईटीज में काम करने वाले कर्मचारियों शिक्षकों के ऑनलाइन ट्रांसफर करने की नीति बनाकर महिलाओं को भी दूरदराज के क्षेत्रों में ट्रांसफर किया जा रहा है। वही अनुबंधित एवं ठेकेदारी प्रथा में कार्यरत ग्रुप डी, ग्रुप सी सीवरमैन, सफाई कर्मचारियों की छंटनियां की जा रही है। जिसको सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा बर्दाश्त नहीं करेगा और इसके खिलाफ जल्द ही जनवादी ढंग से व्यापक आंदोलन की रणनीति बनाकर संघ सरकार का विरोध करेगा।
श्री शास्त्री ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों का अनुसरण करते हुए प्रदेश की सरकार भी लगातार कर्मचारियों पर हमले बोल रही है। उन्होंने कहा प्रदेश मुख्यमंत्री की महामारी में किसी कर्मचारी को नौकरी से हटाने की अपील खोखली साबित हुई है। 1983 पीटीआई शिक्षकों की बर्खास्तगी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सफाई ठेका कर्मचारियों समय पालिका, परिषद और निगमों आईटीआई स्वास्थ्य विभाग में छंटनी का क्रम जारी है।
अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी फेडरेशन के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्रीपाल भाटी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने रोजगार सृजन करने के उपाय न करके इसका भार कर्मचारियों पर डाल रही है। डेढ़ वर्ष के लिए डीए व एलटीसी फ्रीज कर दिया तथा जीपीएफ ब्याज दरें कम कर दी गई है। अब सरकार 55 वर्ष की आर्य व 30 वर्ष की सेवा कर चुके कर्मचारियों की जबरन सेवानिवृत्ति करने की ओर बढ़ रही है।
आज के इस प्रदर्शन को अन्य के अलावा कर्मी नेता सर्व कर्मचारी संघ फरीदाबाद ब्लॉक के प्रधान करतार सिंह जागलान, बल्लभगढ़ ब्लाक के प्रधान रमेश तेवतिया, रविंद्र नगर, गुरचरण खाडियां, सुभाष देशवाल, मुकेश बेनीवाल, रघुवीर चौटाला, दर्शन सिंह सोया, बल्लू चिंडालिया, सोनू सोया आदि नेताओं ने भी संबोधित किया।