साइबर क्राइम, फिशिंग व स्पैम के विरूद्ध एमएसएमई सैक्टर्स में जागरूकता लाने के प्रोजैक्ट को गति प्रदान करेगा आईएमएसएमई आफ इंडिया
फरीदाबाद। प्रमुख औद्योगिक संगठन आईएमएसएमई आफ इंडिया ने एमएसएमई ईकाइयों से आह्वान किया है कि वे अपनी डिजीटल जर्नी में सुरक्षा विशेषकर साइबर क्राइम से संबंधित जागरूकता पर न केवल स्वयं ध्यान दें बल्कि अपने से जुड़े सभी वर्गों को इसके लिये प्रेरित करें।
आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला के अनुसार यह आंकड़े निश्चित रूप से चिंताजनक हैं कि पिछले तीन वर्षों में देश की 70 फीसदी कंपनियां किसी न किसी रूप में इस तरह के हमलों की चपेट में आईं हैं और निरंतर समस्याएं बढ़ रही हैं।
श्री चावला के अनुसार एमएसएमई ईकाईयों की संख्या तेजी से बढ़ी है और लगभग 633.9 लाख ईकाईयों ने पंजीकरण कराया है। एमएसएमई ईकाईयों के समक्ष स्पैम, फिशिंग, रैसमवेयर और कारपोरेट अकाउंट ट्रांसफर जैसे अपराधों पर चिंता व्यक्त करते श्री चावला ने कहा है कि यह आंकड़े चिंताजनक हैं कि भारत 111 देशों की वैश्विक सूची में फिशिंग हमलों के लिये तीसरा बड़ा टारगेटिड देश है। 2022 के पहले 7 माह में भारतीय यूजर्स से 50 मिलियन से अधिक पासवर्ड व हजारों वित्तीय लॉगिन डाटा चुराए गये हैं। यही नहीं लिंक से संबंधित एसएमएस, व्हट्सअप भी काफी चिंता का विषय बने हुये हैं। स्पैम व फिशिंग मामलों के माध्यम से चोरी किये गये डाटा और समझौता किए गए कार्ड अंडरग्राउंड मार्किट में 5.8 मिलियन डॉलर से भी अधिक के आंकड़े दिखाई दे रहे हैं। अमेजान, पैपल, एप्पल, व्हट्सअप, नैटफिलिक्स, इंस्टाग्राम और एम एस आफिस ब्रैंड नामों का उपयोग करते हुए हमलों में 220 फीसदी बढ़ौतरी के आंकड़े भी सामने आए हैं।
श्री चावला के अनुसार आवश्यकता इस बात की है कि एमएसएमई सैक्टर्स के प्रबंधक, एच आर से जुड़े अधिकारी व अकाउंट से संबंधित लोग न केवल स्वयं जागरूक रहें बल्कि अपने कर्मचारियों को भी इस संबंध में जागृत करें कि ओटीपी, एसएमएस व अन्य फिशिंग के बहकावे में न आएं। श्री चावला ने बताया कि इस संबंध में आईएमएसएमई आफ इंडिया ने भी एक विशेष प्रोजैक्ट आरंभ करने की योजना तैयार की है जिसके तहत स्पैम व फिशिंग के विरूद्ध अपने सदस्यों व एमएसएमई संस्थानों को जागरूक किया जाएगा। बताया गया है कि एसोसिएशन पहले से ही अपने स्त्रोतों से इस संबंध में जानकारी प्रदान करने के लिये कार्यरत है। आने वाले समय में संबंधित विभागों के साथ मिलकर इस प्रोजैक्ट को तीव्र गति प्रदान की जाएगी।