सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन खोरी के लोगों को उजाडने से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करे हरियाणा सरकार । डॉ. सुशील गुप्ता
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं हरियाणा प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता ने शुक्रवार को खोरी में गरीब-मजदूरों के पलायन एवं तोडफ़ोड़ की कार्यवाही को लेकर गोल्फ क्लब में एक प्रैसवार्ता को सम्बोधित किया। इस मौके पर उनके साथ आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना, महिला जिलाध्यक्ष मंजू गुप्ता, बडख़ल विधानसभा अध्यक्ष तेजवंत सिंह बिट्टू, विनोद भाटी, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अमन गोयल, के एल बंसल, रघुवर दयाल, किसान नेता विजय गोदारा, एनआईटी विधानसभा के संतोष यादव, सतपाल भड़ाना, विनय यादव, जोगेन्द्र चंदीला, लोकेश अग्रवाल, कौशल ततारपुर, धर्मेन्द्र हिन्दुस्तानी, संगठन मंत्री ओमप्रकाश गुप्ता, वीणा वशिष्ठ, सुमन वशिष्ठ, एडवोकेट दिनेश भारद्वाज एवं खोरी गांव के लोग मौजूद रहे। सुशील गुप्ता ने खोरी में होने वाली तोडफ़ोड़ को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं,
मगर खोरी के लोगों को उजाडने से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करना हरियाणा सरकार का कर्तव्य है। बिना किसी व्यवस्था के लोगों को उजाडऩा मानव अधिकारों का उल्लंघन है। श्री गुप्ता ने हरियाणा सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अरावली में अय्याशी का अड्डा बने बड़े-बड़े फार्म हाउस एवं बहुमंजिला इमारतों पर हरियाणा सरकार कोई कार्यवाही क्यों नहीं करती? वहीं, सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश पर खोरी में 50 हजार लोगों को बिना किसी व्यवस्था के उजाडऩे को उतारू है। क्या हरियाणा सरकार का बस केवल गरीब, मजदूरों पर ही चलता है, बड़े-बड़े रसूखदारों के फार्म हाऊस दिखाई नहीं देते। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार फरीदाबाद के अंदर गरीब बच्चों को, गरीब महिलाओं को, गर्भवती महिलाओं को कोरोना काल में घरों से निकालकर सडक़ों पर खड़ा किया जा रहा है, वह पूरी तरह अमानवीय है और आम आदमी पार्टी इसकी जमकर भत्र्सना करती है। खोरी के 50 हजार लोगों को उजाड़ा जा रहा है, मगर न तो हरियाणा सरकार इसकी परवाह कर रही है और न भारत सरकार। प्रधानमंत्री का गरीबों को मकान देने का वादा कहां गया। राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने महंगाई पर भी तंज कसते हुए कहा कि आज सरसों का तेल 225 रुपए लीटर हो चुका है, पैट्रोल व डीजल के दामों में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है, रसोई गैस की कीमत 825 रुपए सिलेंडर है। कोरोना में लॉकडाउन की मार से जूझ रही जनता को सरकार राहत देने का काम
करे, न कि उनके ऊपर महंगाई की मार मारे। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा की खट्टर सरकार घोटालों की सरकार बन गई है, मगर कोई बोलने वाला नहीं है।
विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस आज बैकफुट पर नजर आ रही है और अपनी चुप्पी साधे हुए है। भाजपा राज में न तो बिजली के पिलर बॉक्स घोटाले में
कोई कार्यवाही हुई, नगर निगम का 400 करोड़ का घोटाला भी फाइलों में दबता हुआ नजर आ रहा है, शराब घोटाला और रजिस्ट्री घोटाला की जांच का आज तक पता
ही नहीं चला क्या हुआ? ऐसी सरकार से गरीब, आम जनता के भले की क्या उम्मीद कर सकते हैं। सुशील गुप्ता ने कहा कि खोरी गांव में जिस गरीब आदमी ने
फांसी खाकर आत्महत्या की है, उसके परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा मिलना चाहिए। नगर निगम से जब तोडफ़ोड़ दस्ता खोरी की तरफ निकले तो रास्ते में
पडऩे वाले अनखीर चौक से लेकर अनंगपुर तक बने पूर्व मंत्रियों, वर्तमान विधायकों एवं मंत्रियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों के बड़े-बड़े फार्म हाउसों एवं बंैक्वेट हॉलों को भी तोड़े। क्योंकि ये सब लोग ताकतवर लोग हैं, इसलिए इनके फार्म हाउसों पर कार्यवाही करने से सरकार डरती है और जब-जब सरकार डरती है, तो गरीबों पर कार्यवाही करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक पूर्व मंत्री ने वक्फ बोर्ड की 4.5 एकड़ जमीन को बेच दिया, जिस पर सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की है। नगर निगम प्रशासन गरीबों पर कार्यवाही कर रहा है, दूसरी तरफ सैक्टर-22 में ग्रीन बेल्ट की जमीन पर एक मंत्री के चहेते ने पूरी मार्किट बना दी है और ऊपर ऑफिस बना दिया है। मगर, निगम प्रशासन की इतनी हिम्मत नहीं कि वहां पर जाकर तोडफ़ोड़ की कार्यवाही कर सके। पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता हरियाणा सरकार के एक वर्तमान मंत्री के साथ मिलकर ओवरलोडिंग पर सख्ताई के नाम पर गरीबों की
रोजी-रोटी पर डाका डालने की योजना बना रहे हैं और शहर में जगह-जगह नाके लगवा रहे हैं। वहीं, सूरजकुंड प्रहलादपुर बॉर्डर पर अपना स्टॉक डाल रखा
है और धड़ल्ले से ओवरलोडिंग में डेस्ट एवं रोडी के डम्पर बेच रहे हैं। इसलिए हरियाणा की भाजपा सरकार दोहरे मापदंड न अपनाए, बल्कि सबके लिए समान
कानून का अनुपालन करते हुए कार्यवाही करे। प्रैसवार्ता के बाद डॉ. सुशील गुप्ता ने गांव खोरी का दौरा किया।