स्वामी विवेकानंद की जयंती पर सूरजकुंड एरिया मे अरावली की पहाड़ियों में 20 किलोमीटर ट्रैकिंग कर, अरावली की सुंदरता को बचाने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपनी टीम के साथ निकले पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह।
फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह ने आज श्री विवेकानंद की जयंती पर युवाओं के साथ सूरजकुंड एरिया में ट्रैकिंग शुरू करने से पहले युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्री विवेकानंद जी की आज जयंती है इस अवसर पर मैं आप सभी युवाओं को श्री विवेकानंद जी के बारे में कुछ बातें बताने जा रहा हूं जिससे आपकी जिंदगी पर भी काफी प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि श्री विवेकानंद जी ने कहा था कि जिंदगी में रिस्क लेना चाहिए चाहे वह रिस्क खेल से संबंधित हो या फिर बिजनेस शुरू करने से संबंधित हो, अगर जीत जाओगे तो लोगों के लिए प्रेरणा बन जाओगे और हार जाओगे तो लोगों को सलाह दोगे, इसलिए जीवन में रिस्क लेना भी जरूरी है।
दूसरी बात उन्होंने कही की किसी भी व्यक्ति को छोटा बड़ा मत समझो, किसी व्यक्ति को बेकार मत समझो, अगर तुम उसके काम नहीं आ सकते तो उसको भला बुरा मत कहो।
तीसरी बात उन्होंने कही कि श्री विवेकानंद जी मानते थे कि लड़कर हारोगे तो आपको पछतावा नहीं होगा, मतलब अगर आप कोई अच्छा कार्य करना चाहते हैं और उस कार्य को करने में आप सफल नहीं होते हैं तो आपको इतना पछतावा नहीं होगा जितना कि उस कार्य को बिना करें होगा। आप हमेशा याद करोगे कि उस समय अगर मैंने यह कार्य कर लिया होता तो ठीक रहता।
श्री सिंह ने कहा कि इंसान मन के हारे हारता है और मन के जीते जीतता है। हर चीज आपकी कार्यशैली पर निर्भर करती है कि आप किसी भी कार्य को किस तरह से शुरू करते हैं।
उन्होंने कहा कि अक्सर आप सभी ने देखा भी होगा कि एक इंसान एक कार्य में सफल हो जाता है और दूसरा इंसान उसी ही कार्य में असफल हो जाता है यह सब हमारे काम करने के तरीके पर निर्भर रहता है।
उन्होंने कहा कि श्री विवेकानंद जी स्वार्थ से ऊपर उठे हुए महापुरुष थे। युवाओं को श्री विवेकानंद जी को आदर्श के रूप में मानना चाहिए इससे उनकी जिंदगी में सकारात्मक प्रभाव आएगा।
श्री सिंह ने युवाओं को कहा कि अपना भविष्य बनाने के लिए किसी भी एक चीज में अपना मन लगाएं और देखें कि आप इस चीज को बेहतर तरीके से कर सकते हैं उसी चीज को अपना टारगेट बनाएं और उसे प्राप्त करें।
श्री सिंह ने युवाओं को संबोधित करने के बाद अरावली की प्रकृति के सौंदर्य में 20 किलोमीटर तक ट्रैकिंग की।