हरियाणा के फरीदाबाद मैं क्योआरजी हॉस्पिटल सेंट्रल के डॉक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज।
पुलिस ने सेक्टर 20 स्थिति कयूआरजी अस्पताल के एक डॉक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कर लिया है। अभी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसी अस्पताल की एक महिला स्वास्थ्य कर्मी के आरोपों के आधार पर यह केस दर्ज किया गया है।डॉक्टर संदीप मोर के खिलाफ केस सेक्टर 16 की महिला थाना पुलिस ने दर्ज किया है।
महिला आयोग की सक्रियता
यह मामला तब उजागर हुआ, जब राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने बताया कि उसने एक डॉक्टर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
महिला आयोग के मुताबिक इस डॉक्टर पर एक अस्पताल की महिला स्वास्थ्य कर्मी की यौन प्रताडना करने का आरोप है।
एनसीडब्ल्यू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट का स्वयं संज्ञान लिया।
एनसीडब्ल्यू ने बताया कि सेक्टर 20 स्थित क्योआरजी अस्पताल के डॉक्टर ने 19 अप्रैल को महिला स्वास्थ्य कर्मी के साथ यौन प्रताड़ना की।
एनसीडब्ल्यू के मुताबिक यह भी आरोप है कि इस डॉक्टर के बारे में अन्य महिला स्वास्थ्य कर्मियों की भी ऐसी ही शिकायतें हैं। फिर भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय उस महिला कर्मचारी को पदावनत कर दिया गया।
एनसीडब्ल्यू के बयान में कहा गया है कि इस मामले की गंभीरता को समझते हुए आयोग ने अस्पताल की निदेशक को लिखा है कि क्या आंतरिक समति इस मामले की जांच कर रही है। यह भी पूछा है कि यदि डॉक्टर दोषी पाया गया है, तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
रेनू भाटिया ने जांच की
इसके बाद महिला आयोग की सदस्य रेनू भाटिया ने निजी अस्पताल का दौरा किया।
रेनू भाटिया ने पीड़ित युवती से बात करके मामले को विस्तार से जाना।
उन्होंने प्रबंधन के लोगों से भी बात की। रेनू भाटिया ने इस मामले में पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए थे।
शर्ट का बटन खोलने की कोशिश की
मीडिया में पीड़ित स्वास्थ्य कर्मी ने बयान दिया है कि डॉक्टर संदीप मोर ने संडे के दिन उसकी जबरदस्ती ड्यूटी लगाई, अपने कमरे में बुलाया, मेरी शर्ट की बटन खोलने की कोशिश की और मेरा हाथ अपने प्राईवेट पार्ट पर टच करने की कोशिश की।
पीड़ितो ने बताया कि उसने मना करने की कोशिश की, तो डॉक्टर ने धमकाया कि उसके ऊपर बड़े लोगों को हाथ है और वह उसे जान से मरवा भी सकता है।
उसने बताया कि डॉक्टर संदीप यहां यूनिट हेड है। वह एक साल से ऐसी हरकतें कर रहा है।
पीड़िता का कहना है कि उसने इसकी शिकायत एचआर विभाग में की, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
डॉक्टर की कार्यप्रणाली के बारे में पीड़िता का कहना है कि वह पहले महिला स्वास्थ्य कर्मी पर चिल्लाते हैं। वे फिर सांत्वना देने के लिए अपने कमरे में ले जाते हैं। कमरे में वे उसे हग करने और किस करने की कोशिश करते हैं। किंतु कोई अन्य लड़की इसकी शिकायत करने को तैयार ही नहीं हुई है।अब महिला थाना पुलिस ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है।महिला थाना की एसएचओ सुनीता देवी ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि करते हुए बताया कि छेड़खानी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।