हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हो रही मौतों से गुस्साए नागरिकों ने एसई कार्यालय का किया घेराव
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हो रही मौतों से गुस्साए नागरिकों ने एसई कार्यालय का किया घेराव
एक सप्ताह में शिफ्टिंग का काम शुरू नहीं हुआ तो होगा बड़ा आंदोलन : सुभाष लांबा
एक दर्जन हादसों व मौतों का एचवीपीएन जिम्मेदार : रतनलाल
एक सप्ताह के अन्दर लाइन शिफ्ट करने का काम शुरू होगा : एक्सईएन
फरीदाबाद,8 जून।
सेक्टर 3 में हाईटेंशन बिजली लाइन की चपेट में आने से बीते करीब 7 सालों में एक दर्जन निर्दोष नागरिकों की मौत हो चुकी है। रविवार को भी मकान नंबर 503 में एक मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। भाटिया कालौनी बल्लभगढ़ में रहने वाला सिंटू नाम का यह मजदूर एम्स के ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। जुलाई, 2022 में भी चार मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए थे। जिसमें तीन मौत के मुंह में चले गए थे। सेक्टर 3 के नागरिकों ने रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा के नेतृत्व में सोमवार को एचवीपीएन के एसई के सेक्टर 18 के कार्यालय का घेराव किया और इन हादसों व मौतों के जिम्मेदार सरकार व निगम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। नागरिकों का आक्रोश तब ओर बढ़ गया जब उनका मालूम हुआ की एसई अतुल अग्रवाल आफिस में मौजूद नहीं है। नागरिकों का कहना था कि पांच फरवरी को एसई ने शीध्र लाईन शिफ्ट करवाने का आश्वासन दिया था। उसके बाद एसई ने फेडरेशन के प्रधान व सचिव के फोन उठाने ही बंद कर दिए। प्रदर्शन के दौरान एक्सईएन दीपक गर्ग मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थिति को बड़ी मुश्किल से संभाला। क्योंकि बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल महिलाएं काफी गुस्से में थी। क्योंकि उनके मकानों का कई लाख रुपए के उपकरण जल कर राख हो गए हैं। एक्सईएन ने
आक्रोशित नागरिकों के बीच आकर लिखित में आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर हाईटेंशन लाइन शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने हादसों में हो रही मौतों पर दुःख भी व्यक्त किया। इसके बाद ही मामला शांत हुआ। प्रदर्शन में हादसों में जान-माल के नुकसान के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने और इलेक्ट्रॉनिक व इलेक्ट्रीकल्स उपकरणों के नुकसान का क्लेम डालने का भी फैसला लिया गया।
हादसों व मौतों के जिम्मेदार एचवीपीएन जिम्मेदार
रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान सुभाष लांबा व सचिव रतनलाल राणा ने एक दर्जन मौतों के लिए पुरी तरह से हरियाणा विधुत प्रसारण निगम के अधिकारियों को ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि फेडरेशन के लंबे संधर्ष के बाद एचएसवीपी (हुड्डा ) ने लाइन शिफ्ट करने के लिए मार्च,2022 में एचवीपीएन को 42 लाख रुपए जमा कराए थे। लेकिन फेडरेशन के बेनर तले नागरिकों द्वारा लगातार प्रयासों के बावजूद लाइन शिफ्ट नहीं की गई। जिससे यह हादसे हो रहे हैं। रेजिडेंट वेलफेयर फेडरेशन के प्रधान लांबा ने बताया कि हादसा इतना तेज था कि इसके साथ ही आसपास मकान नंबर 501,502, 504 व 505 के इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रानिक के लाखों के उपकरण भी जल कर राख हो गए। पहले भी इसी प्रकार हादसों में नागरिकों को लाखों का नुक्सान उठाना पड़ा है।
प्रदर्शन में निम्न एसकेएस के नेता करतार सिंह, बलबीर सिंह बालगुहेर,प्रवेश बैंसला, देवेन्द्र त्यागी के अलावा रामनिवास शर्मा, मास्टर प्रदीप,समय सिंह,अन्नु चौटानी, मुकेश बेनीवाल बबली राठी, अनुराधा राजपूत, आशा, गंगा शर्मा, विद्या,मनोज कंठ, आर के जौहरी, रविंद्र मेहता, हरीश चौटानी, अनिल राठी, ए. के. सक्सेना, मूदीन खान, हाजी वहीद, सुरेन्द्र शर्मा, इंद्रकांत मिश्रा, प्रभु यादव, बिशन, हफीजुर्रहमान , सद्दीक,नीरज शर्मा, आनंद गहलोत के अलावा सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया।