होटल गोल्डन गैलेक्सी में मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद ने इंडियन बैंक के साथ किया सेमिनार।

मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के महासचिव श्री रमणीक प्रभाकर ने सभी आगंतुकों का स्वागत फूलो का गुच्छा देकर किया व् कहा कि कोविड के कारण जहां चुनौतियां बड़ी है, वही हमें अवसर भी मिले। आपने कहा कि उद्योगों को कई जरूरतों को अपनी कार्यप्रणाली का हिस्सा बनाना होगा। श्री रमणीक प्रभाकर ने कहा कि आज बैंकिंग कार्यप्रणाली पहले बेहतर है | बैंक अधिकारी उपभोक्ताओं को प्रत्येक प्रकार का सहयोग देते देते है | आज आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार कार्य किया जा रहा है । श्री प्रभाकर ने आने वाले समय में Indus-tech Exhibition के आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि 11 से 13 मार्च 2022 तक Indus-tech Exhibition का आयोजन किया जा रहा है | जिसमें एमएएफ के सदस्यों को सस्ती दरों पर स्टाल उपलब्ध हो सकेंगे। आपने बताया हमने सब डिवीज़न के मुद्दे पर सरकार से आग्रह किया है इंडस्ट्री को रेगुलराइज करने किए लिए 5200 के बजाय 250 रूपये वर्ग गज के हिसाब से लिया जाए | श्री रमणीक प्रभाकर ने कहा की सरकार के 70% आरक्षण के मुद्दे से उद्योग जगत में काफी रोष का माहौल हो गया है लेकिन हमने कोर्ट से स्टे ले लिया है | सभी ने इसका स्वागत किया |
इंडियन बैंक के जोनल मैनेजर राकेश सहगल ने कहा है कि एमएसएमई सेक्टर अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है और जब हम रोजगार व राजस्व की बात करते हैं तो यही सेक्टर सबसे अग्रणी स्त्रोत है। एसोसिएशन की मासिक बैठक में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए जोनल मैनेजर राकेश सहगल ने कहा कि इंडियन बैंक ने सदैव एमएसएमई सेक्टर को राहत व प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाएं आरंभ की हैं, जिनका लाभ एमएसएमई सेक्टर को उठाना चाहिए। आपने कहा कि पिछले 2 वर्ष में कोविड-19 के कारण काफी नुकसान व चुनौतियों का सामना एमएसएमई सेक्टर को करना पड़ा, जिससे बैंक भी भलीभांति परिचित है। इसके साथ ही 10% आउटस्टैंडिंग की लिमिट की प्रक्रिया हमने ही शुरू की, बाद में सरकार ने इसे क्रियान्वित किया, और 10% 20% और 30% की दर से टर्म लोन दिया जा रहा है, जिससे एमएसएमई सेक्टर को काफी मदद मिली। श्री राकेश सहगल ने कहा कि जो उद्योग दूसरे बैंक में भी खाता चला रहे हैं वह भी इंडियन बैंक की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। आपने कहा कि बैंक का पार्ट बिजनेस को सुरक्षित रखना है और चूंकि वे स्वयं एक बिजनेस परिवार से संबंधित हैं इसलिए उनकी यह प्रैक्टिकल सोच है कि उद्योगों को कैपिटल और रनिंग कास्ट के लिए जो खर्चे चाहिए, उसकी पूर्ति की जाए तो इससे एमएसएमई सेक्टर को काफी राहत व प्रोत्साहन मिलता है। आपने बताया कि एमएसएमई सेक्टर के लिए टर्म लोन व अन्य सुविधाओं के लिए इंडियन बैंक कार्यरत है, हमारी फरीदाबाद में 14 शाखाए है आप कही से भी इनका लाभ उठा सकते है और यदि 15 से 20 दिनों में सैंक्शन नहीं मिल पाता तो इसके लिए उनसे संपर्क किया जा सकता है। इस मौके पर इंडियन बैंक के श्री डी जेड एम् राज कुमार, ऍफ़ जी एम रविंदर सिंह, श्री रतन सिंह चौहान सहित बैंक के आला अधिकारी उपस्थित थे |
एमएएफ द्वारा बनाए गए पैनलों का जिक्र करते हुए सरदार सुखदेव सिंह ने कहा कि पैनल्स का लाभ तभी उठाया जा सकता है जब इससे संबंधित समस्याएं विशेषज्ञों के समक्ष रखी जाएं। सरदार सुखदेव सिंह ने सोलर एनर्जी पर विचार व्यक्त करते कहा कि सोलर प्रक्रिया महंगी है ऐसे में ऐसी योजना जरूरी है जिससे सस्ता व सुलभ कनेक्शन उद्योगों को मिल सके।
एसोसिएशन के संरक्षक एवं पूर्व प्रधान नवदीप चावला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कंप्लायंसेज को उद्योगों की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण अंग बनाया जाना चाहिए। आपने कहा कि एमएसएमई का भारत में सबसे अधिक स्कोप है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत की और जिस प्रकार देश को बढ़ा रहे हैं उसे एमएसएमई सेक्टर को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। श्री चावला ने कहा कि चीन से सस्ते के लालच में उत्पादन का आयात किया जाता रहा परंतु आज हालात बदले हैं और भारतीय एमएसएमई सेक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।सरकार द्वारा घोषित विभिन्न योजनाओं के संबंध में जागरूकता की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री चावला ने कहा कि प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव की योजना वास्तव में फार्मा इंडस्ट्री और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए काफी महत्वपूर्ण है आवश्यकता इस बात की है कि हम सही जानकारी, सही जागरूकता और स्व विवेक से कार्य करें। श्री चावला ने कहा कि यूनिट की कॉस्ट को कम करने में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना काफी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकती है बशर्ते इसके लिए हमारा डाटा सही हो। आपने कहा कि बैंक से ऋण जिस आवश्यकता के लिए लिया जा रहा है यदि उसी पर खर्च किया जाए तो चुनौतियां अवसर बन सकती हैं।
जीएसटी के उदारवादी स्वरूप की चर्चा करते हुए सीए श्री राम लक्ष्य आपने कहा कि पहले कई प्रकार के टैक्स भरने पड़ते थे और उसकी रिटर्न विपदा थी, परंतु जीएसटी में सब कुछ आसान कर दिया है। इसी कड़ी में उन्होंने अपनी पुस्तक (E-Commerce Operators) का विमोचन भी किया जिससे कोई भी उद्योगपति को इसे आसानी से समझ सकेगा |
इनकम टैक्स पैनल के श्री सुनील मंगला ने एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट को भरने से पूर्व उसकी पूर्ण स्थिति पर ध्यान देने का आह्वान किया। प्रदूषण नियंत्रण पैनल के श्री विनोद गर्ग ने जैंनसैट संबंधी नए आदेशों से संबंधित जानकारी दी।
एडवोकेट प्रीती जैन ने क्रिप्टो करेंसी से सभी को अवगत कराया इसमें 30% टेक्स सरकार को देना ही देना है चाहे आपका मुनाफा हो या ना हो |
एडवोकेट अश्वनी त्रिखा व् एडवोकेट दिशा तीखा ने सभी मेम्बरो को एम् एस एम् ई के बारे में सभी मेम्बर को बताया की सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बहुत ठोस कदम उठा रही है | छोटी-छोटी यूनिट को लोन की सुविधा देकर उन्हें सब्सीडी देती है | आपने बताया इंडस्ट्री का उद्योग आधार में जोड़ना सभी के लिए जरूरी है ताकि वह सरकार द्वारा सभी मूलभूत सुविधाए प्राप्त कर सके |
धन्यवाद प्रस्ताव एसोसिएशन के पूर्व प्रधान श्री नरेश वर्मा ने प्रस्तुत किया।
मीटिंग में डी. सी.गर्ग, बी.बी.भल्ला, कृष्ण कुमार, सुनील सचदेवा, मोहिंदर पाल, पारुल रतरा, तेजीश प्रभाकर, प्रीति जैन, रवि खिंदरिया, प्रवीण कुमार, पुष्पेंद्र सिंह, नीरज जैन, वी के गुप्ता, अनिल वोहरा, मोहन मुकुट शर्मा , माणिक सचदेवा, प्रदीप सेठी, एस के ग्रोवर, सुनील मंगला, आई एस भट्टी, अनिल सचदेवा, राम लक्ष्य , आदि सम्मलित थे।