1965 के इंडो पाकिस्तान युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा देने वाले घायल सिपाही मेजर बहल सिंह यादव के जांघ में पाकिस्तान का बम शेल स्पेंटर आज भी है। उप निदेशक आरती ब्रिगेड ने अपनी टीम के साथ किया सम्मान।
1965 के इंडो पाकिस्तान युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा देने वाले घायल सिपाही मेजर बहल सिंह यादव पाकिस्तान का बम शेल स्पेंटर अनकी जांघ में आज भी है। उप निदेशक आरती ब्रिगेड ने अपनी टीम के साथ सम्मान किया।
भारतीय सेना के तोपखाने ब्रिगेड ने आज गनर्स दिवस पर सेवानिवृत्त मेजर बहल सिंह यादव की विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मान किया । हम आप को बता दे कि मेजर यादव 1965 के इंडो पाकिस्तान युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ा देने वाले एक सेना टुकड़ी के घायल सिपाही हैं और यह उल्लेख करने योग्य है कि इस समय भी वे अभी भी युद्ध के मैदान में पाकिस्तान का बम शेल स्पेंटर उनकी जांघ में हैं, जिसे संचालित नहीं किया जा सकता था। वह 99 वर्ष के हो गए हैं और राष्ट्र के लिए अपनी सेवाओं पर गर्व महसूस करते हैं। मेजर यादव और उनके बेटे नरेश यादव और परिवार के सभी सदस्य वही उद्योगपति और समाजसेवी आरके गुप्ता और राजेश गुप्ता इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। और डिप्टी डायरेक्टर एर्टी ब्रिगेड की यात्रा पर बहुत गर्व और सम्मान महसूस किया है, जो आज सेक्टर 16 ए 532 फरीदाबाद में अपने घर पर अपनी टीम के साथ व्यक्तिगत रूप से आए थे और महानिदेशक द्वारा भेजे गए सम्मान सह भेंट किया। और मेजर यादव की सेवाओं की सराहना की