Citymirrors-news- (एजेंसी)-दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि बीजेपी (BJP) को सिर्फ 8 सीटें हासिल हुईं. आम आदमी पार्टी की दिल्ली में शानदार कामायाबी को इंटरनेशनल मीडिया ने भी कवर किया है. ज्यादातर मीडिया रिपोर्ट्स में इसे केजरीवाल के हाथों पीएम मोदी और बीजेपी की हार के तौर पर देखा जा रहा है. ध्रुवीकरण वाले इलेक्शन कैंपेन के बीच इसे पीएम मोदी और बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. पाकिस्तान की मीडिया बता रहा पीएम मोदी की हार खासकर पाकिस्तान की मीडिया इसे सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी की हार मान रहा है. डॉन न्यूज ने लिखा है कि दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की राइट विंग पार्टी की हार पर उभरती हुई पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर नाचने-गाने और जश्न मना रहे हैं. डॉन ने लिखा है कि ये चुनाव विवादित राष्ट्रीयता कानून, जिसे एंटी मुस्लिम कहा जा रहा है, के लागू होने के बाद पीएम मोदी और बीजेपी की पहली चुनावी परीक्षा थी. 8 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करने वाली बीजेपी के लिए ये बड़ा झटका है.पाकिस्तान के ही एआरवाई न्यूज ने लिखा है कि ये प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की बुरी हार है. पाकिस्तान के ही दुनिया न्यूज ने लिखा है कि एक विवादित कानून को लागू करने और उसकी वकालत करने वाली प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी दिल्ली में बुरी तरह से हारी है. पीएम मोदी और उनकी पार्टी को स्थानीय चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ रहा
है. ये सबसे ताजा हार है.इसी तरह से जियो टीवी ने लिखा है कि बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति ने दिल्ली चुनाव में वाटरलू से मुलाकात करवा दी. बीजेपी को शर्मनाक हार मिली है. जियो टीवी ने साफ सुधरी, पारदर्शी और बिना पक्षपात के चुनाव संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग को बधाई दी है और इसे भारतीय लोकतंत्र की ताकत बताया है अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने दिल्ली चुनाव नतीजों को मोदी Vs केजरीवाल का रिजल्ट बतायादिल्ली चुनाव पर द गार्जियन ने हेडिंग दी है- ध्रुवीकरण वाले चुनावी अभियान में दिल्ली में मोदी की पार्टी को मिली करारी शिकस्त. गार्जियन ने इसे अब तक का सबसे ज्यादा ध्रुवीकरण से प्रभावित चुनाव बताया है. गार्जियन ने लिखा है कि मोदी को सबसे बड़ा झटका लगा है. आप को उसके लोकप्रिय नेता अरविंद केजरीवाल का फायदा मिला, जिन्होंने एक वक्त में खुद ही अपनेआप को अराजकतावादी और एंटी करप्शन एक्टिविस्ट माना था. केजरीवाल मोदी सरकार के सबसे बड़े आलोचक रहे हैं.इसी तरह से न्यूयॉर्क टाइम्स ने दिल्ली चुनाव पर हेडिंग दी है- कड़वे दिल्ली चुनाव में मोदी की पार्टी को झटका. न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है कि बीजेपी ने जहां देश की हिंदू आबादी को अल्पसंख्यकों के खिलाफ खड़ा कर दिया, वहीं आम आदमी पार्टी ने धार्मिक सहअस्तित्व और विविधता के विचार के साथ अपने हिंदू मान्यताओं को पुष्ट करने का काम किया. मोदी की पार्टी ने राज्य से संबंधित मुद्दे उठाने की बजाए, सांप्रदायिक पहचान, नागरिकता कानून और हिंदू आबादी को प्रभावित करने वाले मुद्दे इंटरनेशनल मीडिया ने इसे केजरीवाल की प्रो पुअर पॉलिसी की जीत बताया वाशिंगटन पोस्ट ने दिल्ली चुनाव पर हेडिंग दी है- दिल्ली चुनाव में मोदी की पार्टी की हैरतअंगेज हार. वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि मोदी की बीजेपी को एक स्थानीय पार्टी आप के हाथों करारी शिकस्त मिली है. ये चुनाव केजरीवाल सरकार की पॉलिसी और देश में नए बने नागरिकता कानून, जिससे मुसलमानों को बाहर रखा गया है, के बीच जनमत संग्रह की तरह था. केजरीवाल की गरीबों के लिए बनाई पॉलिसी, सरकारी स्कूलों की बेहतर हालत, सस्ती बिजली और पानी, फ्री स्वास्थ्य सेवाएं और महिलाओं के लिए फ्री बस सर्विस का फायदा मिला. इसी तरह मिडिल ईस्ट की मीडिया ने भी इसे पीएम मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी की विभाजनकारी नीतियों के मुकाबले केजरीवाल की गरीबों के लिए बनाई गई पॉलिसी की जीत बताया है. अल जजीरा ने अपने एक लेख की हेडिंग लगाई है- दिल्ली चुनाव में केजरीवाल के आप की शानदार जीत ने मोदी की बीजेपी को सन्न कर दिया. लेख में लिखा गया है कि दिल्ली चुनाव में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी की बीजेपी को कुचल कर रख दिया. ये केजरीवाल की प्रो पुअर पॉलिसी की जीत है.