पीएम मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ आर्थिक पैकेज की घोषणा, उद्योग जगत के लिये संजीवनी बूटी के बराबर। आशीष जैन
पीएम मोदी ने आज मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए 20 लाख करोड़ आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जिसका फरीदाबाद के उद्योग जगत ने काफी प्रशंसा की है। औद्योगिक संगठन फरीदाबाद चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव आशीष जैन ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है। और कहा है की फरीदाबाद की इंडस्ट्रीज शुरू से ही एक आर्थिक पैकेज की मांग कर रही थी। और इसको लेकर फरीदाबाद चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज लगातार केंद्र और हरियाणा सरकार से बड़े राहत पैकेज के लिये आग्रह कर रही थी। आज मोदी जी ने अपने भाषण में साफ तौर पर एमएसएमई,कुटीर उद्योग, लघु एंव मझोले उद्योग पर ध्यान दिया है। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। जो आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का आधार है। और इसलिये बुधवार को वित्तमंत्री सीतारमण ने एमएसएमई के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की , जो कोलैक्ट्रल फ्री है। इसके अलावा सब-ऑर्डिनेट डेट के रूप में 20 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की गई । फंड ऑफ फंड्स के जरिए 50 हजार करोड़ रुपये इक्विटी इंफ्यूजन की भी घोषणा की गई । वित्तमंत्री ने कहा कि MSME की परिभाषा बदल दी गई है। नई परिभाषा में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट को एक कैटिगरी में डाल दिया गया है। इसके अलावा उनका क्लासिफिकेशन इन्वेस्टमेंट और टर्नओवर, दोनों आधार पर किया गया है। आशीष जैन ने आज हुई इस घोषणा के लिये वित्तमंत्री का धन्यवाद करते हुए इसे देश हित में बताया। आशीष जैन ने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है जो कि जीडीपी का 10 फीसदी यानी करीब 20 लाख करोड़ रुपये है। इससे मध्यम वर्ग और एमएसएमई यानी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग काफी को काफी फायदा पहुंचेगा। यदि हमारा संकल्प #selfreliantIndia है तो हमारे पास वह सब कुछ है जिसकी मदद से हम लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। आशीष जैन ने कहा कि वैज्ञानिकों ने कहा है कि कोरोना लंबे समय तक हमारे जीवन का हिस्सा रहेगा, लेकिन हमारी जिंदगी इसके इर्द गिर्द ही नहीं बनी रह सकती। हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे, मास्क पहनेंगे और काम भी करेंगे। तभी देेेश केे पहिया चल पाएगा। आज जो आर्थिक पैकेज उद्योगों के लिये संजीविनी बूटी है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमे अब आत्म निर्भर बनना है। और विश्व में एक अलग पहचान स्थापित करना है।