फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल में 24 वर्षीय बेटी ने अपनी किडनी दान कर मां को दी नई जिंदगी
CITYMIRRORS-NEWS-एक तरफ पूरी दुनिया मदर्स डे के समारोह की तैयारी कर रही है और बेटियां अपनी मां के लिए सर्वश्रेष्ष्ठ उपहार खरीदने में व्यस्त हैं, वहीं एक 24 वर्षीय बेटी ने अपनी एक किडनी दान कर अपनी बीमार मां को नए जीवन का उपहार दिया। लैप्रोस्कोपिक डोनर नेफरेक्टोमी के माध्यम से यह किडनी प्रत्यारोपण करने वाले डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व डॉ. वरुण वर्मा, वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट, डॉ. ऋतेष मोंघा (वरिश्ठ सलाहकार, यूरोलॉजी और रेनल ट्रांसप्लांट) और संजय अग्रवाल (वरिश्ठ सलाहकार, यूरोलॉजी एवं रेनल ट्रांसप्लांट) फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, फरीदाबाद ने किया। 42 वर्षीय मरीज रेखा को काफी समय से उच्च रक्तचाप की बीमारी रही और वह पिछले काफी वर्शों से किडनी की गंभीर बीमारी से पीडि़त रहे जिसके कारण धीरे-धीरे किडनी पूरी तरह खराब हो गई। उनके सेहतमंद बने रहने के लिए किडनी प्रत्यारोपण एकमात्र उपाय है। दुखद बात यह थी कि किडनी प्रत्योरापण के अलावा कोई विकल्प न बचने की परिस्थिति के बारे में विदेष में पढ़ रही उनकी बेटी हेमलता को जानकारी मिली। उन्होंने तत्काल भारत वापस आने और अपनी एक किडनी दान करने का निर्णय लिया। वह खुद मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। हेमलता का लैप्रोस्कोपिक डोनर नेफ्रेक्टोमी किया गया और उन्हें 3 दिनों में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। रेखा को सर्जरी के आठवे दिन डिस्चार्ज किया गया। डोनर और मरीज दोनों फिलहाल स्वस्थ्य हैं।डॉ. ऋतेष मोघा ने कहा, ’’लैप्रोस्कोपिक डोनर नेफ्रेक्टोमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे डोनर से एक सेहतमंद किडनी को निकाला जाता है और ऐसे व्यक्ति में लैप्रोस्कोपी के माध्यम से प्रत्यारोपित किया जाता है जिसकी किडनी ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है। यह प्रक्रिया के अपने लाभ हैं क्योंकि इसमें डोनर के लिए सुधार की अवधि कम है और इसके साथ उसे कम वक्त के लिए अस्पताल में रुकना होता है और खून का नुकसान भी कम है।’’डॉ. हरदीप सिंह, फेसिलिटी निदेषक, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल, फरीदाबाद ने कहा, ’’एक देष के तौर पर भारत में दान करने की जानी-मानी और लोकप्रिय संस्कृति है। दूसरों की जरूरतों को अपनी इच्छाओें से अधिक प्राथमिकता देना ही सच्चे अर्थों में भारतीयता है। लेकिन दान देने की यह संस्कृति अंगदान के क्षेत्र में जागरूकता की कमी और सामाजिक-सांस्कृतिक नियमों के कारण दिखाई नहीं देती है। फोर्टिस ’’मोर टू गिव’’ प्रयास देष को इस दिषा में बढ़ाने के लिए है। इस प्रयास के माध्यम से हम लोगों को इस लगातार बनी रहने वाली जरूरत के बारे में संवेदनषील बनाना और उन्हें समाधान के प्रति योगदान देने के लिए-डोनर बनने की प्रतिज्ञा लेकर और दूरदराज तक यह संदेष पहुंचाकर प्रेरित कर रहे हैं।’’
फोर्टिस हैल्थकेयर लिमिटेड के बारे में
फोर्टिस हैल्थकेयर लिमिटेड भारत में अग्रणी एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। कंपनी की स्वास्थ्य सेवाओं में अस्पतालों के अलावा डायग्नॉस्टिक एवं डे केयर स्पेष्यलिटी सेवाएं शमिल हैं। फिलहाल कंपनी भारत समेत दुबई, मॉरीषस और श्रीलंका में 45 हैल्थकेयर सुविधाओं समेत (इनमें वे परियोजनाएं भी षामिल हैं जिन पर फिलहाल काम चल रहा है), करीब 10,000 संभावित बिस्तरों और 374 डायग्नॉस्टिक केंद्रों का संचालन कर रही है।