जमीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति धैर्य और सफलता को प्राप्त कर सकता है। धनेश अदलक्खा
CITYMIRR0RS-NEWS- शुक्रवार को एमवीएन विश्वविद्यालय के तत्वावधान में फार्मेसी संकाय की ओर से फार्मा सेक्टर के विभिन्न बिंदुओं पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि धनेश अदलक्खा सदस्य हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल चंडीगढ़ व चेयरमैन हरियाणा कॉपरेटिव बैंक ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. जेवी देसाई ने की। अदलक्खा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप कितनी भी ऊंचाइयों पर चले जाएं, लेकिन अपनी जमीन नहीं छोड़नी चाहिए। जमीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति धैर्य और सफलता को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने क्लीनिकल फार्मेसी एक्ट के बारे में भी बारीकि से बताया और अपनी राय दी कि ऐसे अस्पताल जिसमें 15 बेड से अधिक हैं, वहां पूर्णकालिक फार्मासिस्ट का होना अनिवार्य करना चाहिए। कुलपति डॉ. जेवी देसाई ने कहा कि फार्मेसी एक नोबेल प्रोफेशन है, जिसके द्वारा छात्र समाज में सेवाभाव से योगदान कर सकते हैं। इस अवसर पर फार्मेसी संकाय के वरिष्ठ प्रोफेसर तरुण विरमानी ने छात्रों को बताया कि उनकी जिंदगी दो फेस में होती है। पहली जिंदगी जो 12वीं क्लास तक होती है वह माता-पिता, रिश्तेदारों, शिक्षकों द्वारा प्रभावित रहती है। दूसरी जिंदगी जो 12वीं के बाद शुरू होती है, वह उनके स्वयं के निर्णय पर निश्चित होती है, इसलिए वह अपना भाग्य खुद लिख सकते हैं। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रतन फार्मेसी संकाय की संकायाध्यक्ष डॉ. ज्योति गुप्ता और उनकी समस्त टीम को बधाई दी और उनकी सराहना की कि उनके प्रयासों से फार्मेसी संकाय बहुत अच्छा काम कर रहा है। इस अवसर पर मुकेश सैनी, रेशु विरमानी, माधुरी ग्रोवर, मोहित संधुजा, विकास जोगपाल, सतवीर सौरोत, मोहित मंगला, चरन सिंह, कीर्ति शर्मा, गिरीश मित्तल, गीता, शादाब आलम, त्रिलोक शर्मा, नीतीश, यशपाल, विनोद आदि उपस्थित थे।