एक हफ्ते तक फांसी के फंदे से लटके रहे चार लोग, और आस-पास रहने वाले लोगों को इसकी भनक तक नही लगी।
CITYMIRR0RS-NEWS- सूरजकुंड के दयालबाग इलाके में स्थित अग्रवाल सोसाइटी में चार भाई-बहनों ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उनके फ्लैट से जब बदबू आई तो पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा खोला तो अंदर चारों के शव फंदे से लटके हुए थे। डेडबॉडी कई दिन से लटकी होने की वजह से बुरी हालत में थी। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें किसी को मौत का जिम्मेदार नहीं बताया है। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिए हैं।
चौकी इंचार्ज रणधीर यादव का कहना है कि रामबाग की अग्रवाल सोसाइटी में एक ईसाई परिवार के चार भाई-बहन रहते थे, जिनके नाम प्रदीप, मीना, नीना और जया है। उनके माता-पिता की मौत हो चुकी थी। पड़ोसियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से उनके घर में कोई आवाजाही नहीं थी।
शनिवार को उनके अपार्टमेंट से ज्यादा बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची तो घर चारों तरफ से बंद किया गया था। दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर देखा तो घर की गैलरी में दो बहनों ने फांसी का फंदा लगा रखा था। वहीं उनके भाई प्रदीप और एक बहन ने दो अलग-अलग कमरों में फांसी लगा रखी थी।
गैलरी में से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है कि हम चार भाई-बहन परेशान हैं। मां की मौत के बाद हम नहीं रह सकते, इसलिए सुसाइड कर रहे हैं। इसकी सूचना एक पादरी को देने के लिए कहा गया है। शव कई दिन पुराने होने की वजह से सड़ गए हैं, जिसके कारण उनसे बदबू आ रही थी।फॉरेंसिक व पुलिस टीम ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया है। चौकी इंचार्ज रणधीर का कहना है कि अभी तक कोई रिश्तेदार सामने नहीं आया है। पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है। मृतकों के पिता की पहले मौत हो चुकी थी और मां की कुछ दिन पहले मौत हुई थी। शायद परिवार इस वजह से परेशान था।