अरावली को बक्श दो बाबा , नही तो बेचारे जानवर लुप्त हो जाएंगे । एल एन पराशर
Citymirrors.in-फरीदाबाद की जनता को शहर में तोता, मैना जैसे पक्षी शायद ही देखने को मिलने और यहाँ नहीं सैकड़ों तरह के पंक्षी अब फरीदाबाद के आसमान पर नहीं दिखते जिसका प्रमुख कारण है अरावली का चीर हरण और अरावली पर अवैध कब्जे कर बनाए गए अवैध फ़ार्म हाउस और एक तथाकथित बाबा द्वारा खरीदा गया लगभग 1800 एकड़ पहाड़। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने रविवार को कोट गांव एवं मांगर गांव के आस पास का सर्वेक्षण किया।वकील पाराशर ने कहा कि चार महीने पहले भी मैं इस क्षेत्र में गया था जहाँ पहाड़ पर तारफेंसिंग की गई थी और जब उस समय उन्होंने ग्रामीणों से पूंछा था कि ये तारफेंसिंग कौन करवा रहा है तो ग्रामीण किसी बाबा राम देव का नाम ले रहे थे । पाराशर का कहना है कि रविवार 13 जनवरी को मैंने वहां का दौरा किया तो देखा अरावली के जंगल में और मंगल हो रहा है। पहाड़ पर ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं और बिजली देने की तैयारी चल रही है। वकील पाराशर ने कहा कि जब पहाड़ पर बड़ी बड़ी लाइटें जलेंगी तो जीव जंतु जंगल से भाग जाएंगे और ऐसा हो भी रहा है। सैकड़ों अवैध फ़ार्म हाउस अरावली पर बन चुके हैं जहाँ पूरी रात्रि जश्न मनाया जाता है। पटाखे दगाये जाते हैं जिस कारण फरीदाबाद के जंगल से तमाम जंगली जानवर और फरीदाबाद के आसमान से तमाम पक्षी गायब हो चुके हैं। वकील पाराशर का कहना है कि इसके बाद मैं कोट गांव पहुंचा जहाँ ग्रामीणों ने मुझे घेर लिया और अपना दुखड़ा सुनाने लगे। ग्रामीणों से उन्हें बताया कि कोट गांव में कई कई दिन बिजली नहीं आती और कभी आती है तो रात्रि में आती है और रात्रि में जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। जिस कारण वो ठीक से खेती नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पहाड़ पर रोशनी की व्यवस्था युद्ध स्तर पर की जा रही है हम जबकि ग्रामीणों को कई कई दिन तक बिजली नहीं मिलती। कोट गांव में पोस्ट आफिस भी नहीं है। ग्रामीणों ने पाराशर को फिर बताया कि पहाड़ को बाबा रामदेव के लिए खरीदा जा रहा है और कोई कृषणवीर और परवीन शर्मा ये पहाड़ बाबा के लिए खरीद रहे हैं वकील पाराशर ने बताया कि मैंने कोट गांव के स्कूल का भी दौरा किया जहाँ पाया कि सरकारी स्कूल में कई खामियां हैं। ये स्कूल पांचवीं तक है जिस कारण इस गांव की बेटियां आगे की पढाई नहीं कर पा रहीं हैं क्यू कि गांव की बेटियां ज्यादा दूर पढ़ाई के लिए जाने में खतरा महसूस करतीं हैं। वकील पराशर ने कहा कि इस सरकारी स्कूल को 12वीं तक किया जाए। वकील पराशर ने कहा कि मैं देखा कि अरावली पर कई जगह अब भी अवैध खनन चल रहा है और कई जगहों पर हरे पेड़ भी काटे गए हैं। उन्हने कहा कि मैंने 4 महीने पहले हरियाणा सरकार को लिखा था कि पहाड़ पर खरीदी गयी लगभग 18 00 एकड़ जमीन किसकी है लेकिन अब तक कोई जबाब नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने सैकड़ों जीपीए एकत्रित की है जिसमे परवीन शर्मा के नाम से तमाम जीपीए हैं। कई जीपीए पंजाब, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से करवाई गई हैं जिनमे अधिकांश जीपीए फर्जी हैं और फरीदाबाद के तहसीलदारों की मिलीभगत से फर्जी जीपीए से सैकड़ों एकड़ पहाड़ खरीदे गए हैं। वकील पारशर ने कहा कि मुझे लगता है कि हरियाणा सरकार या सरकार के कुछ अधिकारी अरावली के लुटेरों से मिले हुए हैं इसलिए मैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख रहा हूँ और उनसे मांग कर रहा हूँ कि 1800 एकड़ जमीन फर्जी तरीके से किसने खरीदा है इसकी सीबीआई से जांच करवाई जाए।