OYO के खिलाफ शहर के डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने सीधे प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बंद करने की गुजारिश।
Citymirrors.in-हरियाणा टूरिज्म के बाद अब देह व्यापार के धंधे को बढ़ावा देने की दिशा में OYO नामक कंपनी ने भी तेजी से अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं। इस कारण जहां हरियाणा टूरिज्म को अपने बिजनेस का नुकसान हो रहा है, वहीं बिना नगर निगम से लाईसैंस/परमिशन लिए अवैध या कहिए गैर-कानूनी रूप से रिहायशी क्षेत्रों में चल रहे इन OYO का ठप्पा लगे गेस्ट हाऊसों से सरकार को भी राजस्व का मोटा नुकसान हो रहा है। अगर हम सरकारी राजस्व के नुकसान से अलग हटकर भी बात करें तो रिहायशी क्षेत्रों में खुले OYO के इन अवैध गेस्ट हाऊसों से हमारी युवा पीढ़ी और समाज का जो चरित्र हनन हो रहा है, वो समाज के लिए ज्यादा घातक है। OYO का ठप्पा लगे इन गेस्ट हाऊसों में युवा वर्ग के लड़के-लड़कियां आते कभी भी देखे जा सकते हैं जहां गेस्ट हाऊस संचालक इनको बहुत ही कम रेटों पर कमरा उपलब्ध कराकर सभी प्रकार के ऐशो-आराम की सुविधा मुहैया कराते हैं।
OYO द्वारा समाज में फैलाए जा रहे चरित्र हनन/गंदगी के धंधे को खत्म करने के लिए अब हमारे शहर के डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने कदम बढ़ाया है। श्री गर्ग ने इस दिशा में पहल करते हुए सीधे ही प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि फरीदाबाद शहर में करीब दो साल पहले तकरीबन 10 गेस्ट हाऊस बिना नगर निगम की परमिशन लिए रिहायशी क्षेत्रों में चल रहे थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 100 से ज्यादा हो गई है जोकि पूरे शहर में चल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि ये अवैध गेस्ट लगातार बढ़ी संख्या में बढ़ते ही जा रहे हैं क्योंकि OYO नामक एक ई-कॉमर्स कंपनी इन गेस्ट हाऊसों के कमरों का सस्ते रेटों पर उपलब्ध कराकर इन्हें बढ़ावा दे रही है। OYO कंपनी डिस्काऊंटिड रेटों पर कमरे देकर जहां अपने ई-कामर्स साईट को बढ़ावा दे रही हैं वहीं अपने OYOनामक साईट की कीमत बढ़ाने में लगी है। श्री गर्ग का कहना है कि उनकी जानकारी में आया है कि इस तरह के गैर-कानूनी गेस्ट हाऊसों पूरे देश में प्रमोट किया जा रहा है। ये गेस्ट हाऊस आम जनता के लिए दिनोंदिन दु:खदायी होते जा रहे हैं। शहर की युवा पीढ़ी/जवान बच्चे अवैध रूप से चल रहे इन गेस्ट हाऊसों में थोड़े-थोड़े समय के लिए आते हुए देखे जाते हैं जिससे समाज खराब हो रहा है।
इसलिए शहर के डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर गुंजारिश की है कि वो OYO के इस वर्किंग को देखकर उसके खिलाफ उचित कार्यवाही करें ताकि OYOपूरे देश में इन गैर-कानूनी रूप से चल रहे गेस्ट हाऊसों को प्रमोट ना कर सके। अगर मनमोहन गर्ग द्वारा लिखे इस पत्र पर प्रधानमंत्री एक्शन ले लेते हैं तो निश्चित तौर पर फिर OYO का ठप्पा लगे इन गेस्ट हाऊस पर कभी भी तालाबंदी की गाज गिर सकती है।