बैसाखी का त्यौहार आते ही पूरे देश मे ́हरियाली व खुशहाली छा जाती है। संजय चौधरी
citymirrors-news-एनआईटी स्थित खजानी वूमैंस वोकेशनल इंस्ट्टीयूट में बैसाखी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास से मनाय गया। इस मौके पर छात्राओ ́ ने खूब गिदद किया और पंजाबी गीतो ́ पर खूब धमाल मचाया। छात्राए ́ जट्टा आई बैसाखी गीत गाकर सभी को रोमांचित कर दिया। इस मौके पर संस्थान के डायरेक्टर संजय चौधरी ने कहा बैसाखी खुशियो ́ और उमंग का त्यौहार है। उन्होने ́ कहा कि बैसाखी का त्यौहार आते ही पूरे देश मे ́हरियाली व खुशहाली छा जाती
है। बैसाखी नाम वैशाख से बना है। पंजाब और हरियाणा के किसान सर्दियों की फसल काट लेने के बाद भारतीय नव वर्ष की खुशियाँ मनाते हैं। इसीलिए बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है। यह खरीफ की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है संजय चौधरी ने बताया कि इसी दिन, 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। सिख इस त्योहार को सामूहिक जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर विभिन्न कोर्सों की छात्राओं ने चुटकले प्रस्तुत किए। वहीं कई छात्राओं ने पंजाबी गाने प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी । कार्यक्रम के अंत में खजानी वूमैंस वोकेशनल इंस्ट्टीयूट की कॉर्डिनेटर जसमीत कौर ने सभी छात्राओं को बैसाखी की हार्दिक बधाई देते हुए धन्यवाद किया।