किसान हितैषी है कांग्रेस का घोषणा पत्र : अम्बावता
Citymirrors.in-भारतीय किसान यूनियन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषिपाल अम्बावता ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को किसान हितैषी बताते हुए कहा कि जिन मांगों को भाकियू पिछले कई वर्षों से उठा रही थी। उनमें से लगभग सभी मांगों को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सामिल किया है। उन्होने कहा कि भारत के सभी किसानों की यही मांग थी कि देश के किसान का कर्जा माफ हो, स्वामी नाथन आयोग रिर्पाेट सी-2 के तहत लागू हो, किसान आयोग का गठन हो, किसान को बिजली कनेक्शन मुफ्त और बैंक लोन पर सब्सीडी मिले। किसान को बुढापा पेंशन 5 हजार रू पये मिले।
अम्बावता ने कहा भाकियू के साथ देश के 20 राज्यों के किसान हैं, और सभी किसान संगठन के नेताओं ने अम्बावता के साथ मिलकर किसानों की लडाई लडने का आश्वासन दिया है। सभी किसान संगठन अम्बावता के नेतृत्व में पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना मांग पत्र दे चुके थे। जिनको पूरा करने का आश्वासन कांगे्रस अध्यक्ष ने दिया था।
कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में किए गए वायदों पर अम्बावता ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर असल मुद्दों से भागने का आरोप सही लगाया है। देश में रोजगार की जरूरत है। किसानों की मदद करने की जरूरत है। महिलाओं को अधिकार की जरूरत है। जबकि भाजपा इन असल मुद्दों को भूलकर जनता को केवल राष्ट्रवाद में उलझाना चाहती है। उन्होने कहा भाजपा विकास की बात न करके देश में हिन्दू- मुस्लिम भाईचारा खराब करने का माहौल बना रहे हैं। उन्होने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने जनता के विश्वास के साथ धोखा किया है।
अम्बावता ने गरीब लोगों को 72 हजारा रूपए सालाना, हर बेरोजगार को 150 दिन काम देने और किसानों को कर्जा न चुकाने पर अपराधिक कार्यवाही न करने की घोषणा की सराहना की और कहा कि इन योजनाओं से गरीब और किसान का भला होगा।
अम्बावता ने कहा देश में आर्थिक आपातकाल लगा हुआ है। किसान की फसल के दाम पहले से भी ज्यादा गिर गए हैं, जबकि मंडियों में भाव में कोई कमी नहीं हुई है। भाजपा सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। अब वक्त आ गया है कि किसान भाजपा के उम्मीदावारों को हराकर पूरा बदला लेगा। उन्होने कहा भाकियू सभी प्रमुख किसान संगठनों के साथ बैठक करके कांग्रेस के सर्मथन पर मंथन करेगा, और जल्द घोषणा कर दी जाएगी कि किसान इस लोकसभा चुनाव में किस पार्टी के उम्मीदवार को अपना कीमती वोट देगा।