शहर में कई कॉलेज ,भवन और पेट्रोल पंप नाले और ग्रीन बेल्ट के ऊपर बने है। वो नगर निगम को दिखता नही। मानव सेवा के कार्यों में लीन मानव सेवा समिति के भवन को तोड़ने की है तैयारी।।
Citymirrors.in-एनजीटी के आदेश पर नगर निगम प्रशासन सोमवार को एक बार फिर ग्रीन बेल्ट से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करेगा। इस अभियान के अंतर्गत सैक्टर 9-10 की मार्केट में स्थित समाजसेवी संस्था मानव सेवा समिति के कार्यालय को हटाया जाना है। निगम आयुक्त अनीता यादव ने अधिकारियों को इस कार्रवाई को अमल में लाने के आदेश जारी कर दिए हैं। जबकि देख जाएँ तो शहर में कई जगहों पर नालों के ऊपर अवैध कब्जे हुए पड़े है। लेकिन नगर निगम और एनजीटी को यह दिखाई नही देता। नीलम चौक के पास सलूजा पेट्रोल पंप नाले के उपर ही बना हुआ है। और यह नगर निगम के बिल्कुल पास है। इसे क्यो नही तोड़ा जा रहा है। गौरतलब है की यह पेट्रोल पंप पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह के भाई कहे जाने वाले वासदेव सलुजा का है। जबकि मानव सेवासमित के मानव सेवा कार्यों को पूरा शहर जनता है। मानव सेवा समिति का कार्यालय वर्ष 1997 से सैक्टर9- 10 की मार्केट में चल रहा है। इस कार्यालय के माध्यम से मानव सेवा समिति जनहित के तमाम कार्य कर रही है। बताया गया है कि जिस जगह पर मानव सेवा समिति का कार्यालय है,वह हाऊसिंग बोर्ड हरियाणा की जमीन है। जिसकी मौजूदा कीमत करोड़ों रुपए है। मानव सेवा समिति इस जमीन पर अपने कार्यालय के माध्यम से चैरिटेबल अस्पताल, शिक्षा केंद्र, लाईब्रेरी व चिकित्सा केंद्र का संचालन करती आ रही है। फरीदाबाद के कई बड़े उद्योगपति व समाजसेवी अपने निजी कोष से समाज हित में वहां सेवा कार्य करते हैं। इस कार्यालय का उद्घाटन फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने वर्ष 1997 में किया था। पंरतु निगम प्रशासन अब एनजीटी के आदेश पर मानव सेवा समिति के इस कार्यालय को हटाने की कार्रवाई करने जा रही है। संभावना है कि सोमवार की सुबह ही मानव सेवा समिति के कार्यालय पर बुलडोजर चलाए जा सकते हैं। निगम की इंफोर्समेंट टीम के एक्सईएन ओमवीर सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि एनजीटी के आदेशानुसार यह कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्हें आयुक्त अनीता यादव के सख्त आदेश हैं कि सोमवार को मानव सेवा समिति के दफ्तर को हटाकर ग्रीन बेल्ट मुक्त करवा ली जाए
वहीं मानव सेवा समिति के प्रधान अरूण बजाज व महासचिव कैलाश शर्मा ने भी इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि निगम अधिकारियों ने मौखिक रूप से उन्हें मानव सेवा समिति के कार्यालय तोड़े जाने की सूचना दी है। फिलहाल उन्हें नगर निगम की ओर से कोई नोटिस नहीं दिया गया है। उनका कहना है कि मानव सेवा समिति के पदाधिकारी अपने निजी कोष से लोगों के हित में इस कार्यालय के माध्यम से जनसेवा कर रहे हैं। उन्होंने इस बारे में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, उद्योग मंत्री विपुल गोयल एवं स्थानीय पार्षद धनेश अदलक्खा से मुलाकात कर इस कार्रवाई को रूकवाने की अपील की है । उनका कहना है कि मानव सेवा समिति का कार्यालय तोडऩे से उन गरीब तबके के लोगों का सबसे अधिक नुक्सान होगा, जिनके बच्चों को शिक्षा, मुफ्त चिकित्सा व इसी प्रकार की अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। निगम प्रशासन की इस कार्रवाई से उनका मनोबल भी टूट जाएगा। उनका यह भी कहना है कि पूरे शहर में लोगों ने ग्रीन बेल्ट पर बड़े बड़े कब्जे कर शोरूम बनाए हुए हैं। तमाम लोग अवैध निर्माण के धंधे में लगे हैं। इसी सेक्टर में कई नेताओं के ग्रीन बेल्ट पर पक्के निर्माण हैं, मगर निगम प्रशासन को केवल समाज सेवा कर रही इस संस्था का दफ्तर ही दिखाई दे रहा ।