स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी की माता पंचतत्व में विलीन श्री सिद्धदाता आश्रम में पहुंचे हजारों भक्तों ने दी नाम आँखों से श्रद्धांजलि।
Citymirrors.in-सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम के अधिपति श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज की माँ आज पंचतत्व में विलीन हो गईं| वह काफी समय से बीमार चल रही थीं| उनको हजारों शिष्य परिवारों ने नाम आँखों से विदाई दी|जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सूरजकुंड रोड पर स्थापित एवं संचालित श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मी नारायण दिव्याधाम के अधिपति श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज की माँ असरफी देवी का बुधवार देर शाम देहांत हो गया| वह पिछले कई दिनों से दिल्ली के एक अस्पताल में उपचाराधीन थीं| उनकी लम्बे समय से तबियत ठीक नहीं चल रही थी|
आज गुरूवार को उनका शव आश्रम लाया गया जहाँ अंतिम संस्कार की क्रिया पूर्ण की गई| इस अवसर पर सनातन परंपरा का निर्वहन करते हुए हजारों भक्त परिवारों ने भी उनके अंतिम संस्कार में भाग लिया| स्वर्गीय असरफी देवी श्री सिद्धदाता आश्रम के संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य जी की धर्मपत्नी एवं वर्तमान आचार्य श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज की माँ थीं| प्रवक्ता ने बताया कि यह समस्त वयवस्था आश्रम संचालक जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से की गयी|